एक और तो मरीज ईलाज के अभाव में दम तोड़ रहे थे वहीं दूसरी ओर सरकार और हड़ताली चिकित्सक एक—दूसरे को मिठाई खिला रहे थे। इससे जाहिर होता है कि राजस्थान सरकार आमजन के प्रति संवदेनहीन है। यह कहना है कि राजस्थान के पूर्व चिकित्सा मंत्री और नवलगढ़ से विधायक डॉ राजकुमार शर्मा। सरकार की संवेदनहीनता के विरोध में आज डॉ शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उनकी मांग है कि राजस्थान में चिकित्सक हड़ताल के दौरान जो सैंकड़ों मौत हुई है उनका जिम्मेदार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ है। इसलिए स्वास्थ्य मंत्री को पद से इस्तीफा देना चाहिए।
डॉ शर्मा के अनुसार यदि स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा नहीं देते है तो उनका इस्तीफा स्वीकार किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि बीते दिनों रही राजस्थान में डॉक्टर हड़ताल के कारण 300 से अधिक मरीजों की मौत हो गई थी। सरकार और चिकित्सकों के अड़ियल रुख के कारण गई मरीजों की जान के बाद कोर्ट ने भी सख्त रुख अपनाते हुए हड़ताली चिकित्सकों पर कार्रवाई के आदेश दिए थे।
दिसंबर माह में दस दिन से अधिक समय तक चली हड़ताल के बाद सरकार के साथ समझौता हो सका था। इसके बाद जब हड़ताल खत्म हुई तो हड़ताली चिकित्सक व सरकार के कई मंत्रियों ने एक—दूसरे का मुंह मीठा कराया था। इसी बात को लेकर विपक्ष व डॉ राजकुमार शर्मा ने नाराजगी व्यक्त की थी।