अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, अभयदान और धनदान, ये सारे दान इंसान को पुण्य का भागी बनाते हैं. किसी भी वस्तु का दान करने से मन को सांसारिक आसक्ति यानी मोह से छुटकारा मिलता है. हर तरह के लगाव और भाव को छोड़ने की शुरुआत दान और क्षमा से ही होती है.
दान का महत्व
दान एक ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं, बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं. आयु, रक्षा और सेहत के लिए तो दान को अचूक माना जाता है. जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए भी दान का विशेष महत्व है. दान करने से ग्रहों की पीड़ा से भी मुक्ति पाना आसान हो जाता है.
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो अलग-अलग वस्तुओं के दान से अलग-अलग समस्याएं दूर होती हैं. उनका ये भी कहना है कि वेदों में लिखा है कि सैकड़ों हाथों से कमाना चाहिए और हजार हाथों वाला होकर दान करना चाहिए.
जानें कि अलग-अलग वस्तुओं के दान से कैसे संवरता है जीवन और कौन-सी चीजों का दान करना आपके लिए सबसे उत्तम होगा –
अनाज का दान
– अनाज का दान करने से जीवन में अन्न का अभाव नहीं होता.
– अनाज का दान बिना पकाए हुए करें तो ज्यादा अच्छा होगा.
धातुओं का दान
– धातुओं का दान विशेष दशाओं में ही करें.
– यह दान उसी व्यक्ति को करें जो दान की गई चीज का प्रयोग करें.
– धातुओं का दान करने से आई हुई विपत्ति टल जाती है.
वस्त्रों का दान
– वस्त्रों का दान करने से आर्थिक स्थिति हमेशा उत्तम रहती है.
– उसी स्तर के कपड़ों का दान करें, जिस स्तर के कपड़े आप पहनते हैं.
– फटे पुराने या खराब वस्त्रों का दान कभी भी न करें.
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो जिस इंसान को दान करने में आनंद मिलता है, उसे ईश्वर की असीम कृपा प्राप्त होती है क्योंकि देना इंसान को श्रेष्ठ और सत्कर्मी बनाता है. अगर आप भी अपने भीतर की सच्ची खुशी को महसूस करना चाहते हैं तो जरूरतमंदों को दान करिए. इससे आपको अद्भुत आत्मसुख मिलेगा.