सपा नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किल है दिन-ब-दिन बढ़ती दिखाई दे रही हैं। आजम खान पर 80 से अधिक मामले अब तक दर्ज हो चुके हैं।
मंगलवार को प्रशासन ने आजम खान के घर पर 27 नोटिस चस्पा किए, किन्तु कुछ देर बाद ही किसी ने उन नोटिसों को फाड़ दिया गया। अब यह जांच का विषय है कि आजम खान के दरवाजे से किसने नोटिस फाड़े।
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह से पुछा गया तो उन्होंने बताया आज़म खान के खिलाफ, जो अभियोग पंजीकृत है उसमें विवेचना के दौरान जिसे नामित किया गया है या जो नाम सामने आता है, ऐसे अभियुक्तों को पुलिस उनका पक्ष सुनने के लिए बुलाती है।
अभी तक आज़म खान द्वारा उनका पक्ष नहीं रखा गया है, इस कारण 27 मुकदमों में विवेचकों ने नोटिस चस्पा आज़म खान को तलब किया गया है। चूंकि नोटिस किसी ने रिसीव नहीं किया, कोई घर पर नहीं मिला तो ये नोटिस उनके दरवाजे पर चिपका दिए गए।
नोटिस फाड़े जाने के सवाल पर अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नोटिस चस्पा करने के बाद उन्हें फाड़ दें या ना समझें, किन्तु व्यक्ति जब खुद घर पर नहीं मिलता तो परिवार के सदस्यों को नोटिस तामील कराए जाते हैं।
इसे दोयम कहते हैं और यदि स्वंय तामील कर लेते तो इसे अवल कहते हैं। यदि यह दोनों ना मिले तो इस परिस्थिति में नोटिस घर पर चस्पा कर दिए जाते हैं।