एजेंसी/लंदन। एक मां और एक पिता हो तो संतान में कुछ भी असामान्य नहीं लगता हैं लेकिन अगर किसी बच्चे के शरीर में एक पिता और दो मांओं का डीएनए हो तो? वैज्ञानिकों ने घोषणा कर दी है कि प्रीक्लिनिक विश्लेषण के बाद अगले साल के अंत तक तीन आनुवांशिक माता-पिता वाले बच्चे पैदा किए जा सकते हैं। इस विवादास्पद प्रक्रिया की ब्रिटेन में लाइसेंस प्राप्त करने की कवायदें अभी चल रही है।
तीन माता-पिता वाले बच्चे
ब्रिटेन अनुवांशिक बीमारी को खत्म करने के लिए माइटोकॉन्ड्रिया लेने की नई तकनीकी को कानूनी दर्जा दे सकता है। माइटोकॉन्ड्रिया किसी भी कोशिका के अंदर पाया जाता है जिसका मुख्य काम कोशिका के हर हिस्से में ऊर्जा पहुंचाना होता है। इसी कारण माइटोकांड्रिया को कोशिका का पावर हाउस भी कहा जाता है। माइटोकॉन्ड्रिया की एक खासियत यह है कि यह सिर्फ मां से ही विरासत में मिलते हैं, पिता से कभी नहीं।
एक आकलन के मुताबिक ब्रिटेन में प्रतिवर्ष पैदा हुए बच्चों में 600 से 500 में से एक को गंभीर माइटोकॉन्ड्रियल डी.एन.ए. विकार होता है।