विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रविवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंच गई हैं. इस दौरान वह द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा के लिए भारत-बांग्ला संयुक्त सलाहकार आयोग की सह-अध्यक्षता करेंगी. साथ ही सुषमा अपने ढाका दौरे के दौरान रोहिंग्या मुद्दे पर भी बातचीत करेंगी. यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका बांग्लादेश सामना कर रहा है और इससे निपटने में उसने भारत की मदद मांगी है.
अपनी इस यात्रा के दौरान सुषमा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और विपक्षी नेता रौशन इरशाद से भी मुलाकात करेंगी. इसके अलावा सुषमा बांग्लादेख के प्रमुख थिंक टैंक के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगी. साथ ही वो 15 ऐसे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन करेंगी जिन्हें भारत द्वारा फंड दिया जाता है. इन प्रोजेक्ट्स के तहत एजुकेशन, हेल्थकेयर, आईटी, वॉटर सप्लाई और सोशल वेलफेयर जैसे चीजें आती हैं.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि सुषमा अपने बांग्लादेशी समकक्ष अब्दुल हसन महमूद अली के निमंत्रण पर बांग्लादेश पहुंच रही हैं. उसने कहा, यात्रा के दौरान सुषमा और बांग्लादेश के विदेश मंत्री भारत-बांग्लादेश संयुक्त सलाहकार आयोग की सह-अध्यक्षता करेंगी. इस दौरे पर भारत और बांग्लादेश के बीच के बेहतरीन द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने और इन रिश्तों को आगे मजबूत करने का अवसर मिलेगा. बता दें कि यह सुषमा की दूसरी बांग्लादेश यात्रा है.