8वीं क्लास में पढ़ने वाले लड़के ने एक बच्चे का पहले तो खून किया, उसके शव को 6 टुकड़ों में काटा और फिर उसका दिल निकाल लिया। ये दिल दहला देने वाली घटना पंजाब में लुधियाना में हुई है। यहां तीन दिन पहले दीपू नामक नौ वर्षीय बालक के कत्ल की गुत्थी लुधियाना पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने खुलासा किया है कि दीपू को उसके स्कूल में पढ़ने वाले 8वीं कक्षा के छात्र ने मार डाला था।
ऐसे किया कत्लः यह बच्चा दीपू को डोर देने के बहाने अपने घर ले गया और फिर उसने ठानी कि वह बालक के पिता से फिरौती हासिल करेगा। बालक ने घर जाने की जिद की तो वह उसे बाथरूम में ले गया और उसने कई हिस्सों में बालक को काट डाला। उस पर इस कदर पागलपन सवार था कि उसने बालक के कटे शरीर को दो बोरियों में बंद किया और उसके बाद वह एक खाली जगह में बोरियां फेंक आया।
बच्चे ने पुलिस को बताया कि उसने दीपू का दिल निकालकर अपने पास रख लिया था। अगले दिन वह स्कूल बंद करवाने के लिए उस दिल को स्कूल में फेंक आया कि स्कूल की बदनामी हो और चर्चा यह जाए कि यहां पर बच्चों का दिल निकाला जाता है जिससे स्कूल बंद हो जाए और उसका स्कूल के प्रति बदला पूरा हो जाए, क्योंकि उसे दो महीने पहले स्कूल से निकाल दिया गया था।
डीसीपी क्राइम भूपिंदर सिंह ने कहा कि 17 जनवरी को पुलिस को पंजाब माता नगर के रहने वाले बालक दीपू का शव कई हिस्सों में एक प्लाट से बरामद हुआ था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्चे का दिल शरीर में नहीं है। जिसे सुनकर एक बार तो पुलिस भी हिल गई कि कहीं यह मामला तांत्रिक किस्म के व्यक्ति ने नही किया है।
पुलिस ने हत्या व शव खुर्द बुर्द करने का मामला दर्ज किया था। मामले की गहन जांच के लिये इंस्पेक्टर प्रेम सिंह की अगुवाई में एक टीम गठित की गई। जांच के दौरान पुलिस को पंजाब माता नगर स्थित होली सीनियर सेकेंडरी स्कूल से सूचना आई कि एक बच्चे का दिल ग्राउंड में पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची और दिल को कब्जे में लेकर जांच को आगे बढ़ाया।
डीसीपी क्राइम ने कहा कि जब पुलिस को स्कूल से बालक का दिल मिला तो एक बात तो क्लीयर हो गई कि यह काम विक्षप्त मानसिकता वाले ने किया है। पुलिस टीम ने कई थ्योरी पर काम किया। कोई भी थ्योरी सिरे नहीं चढ़ रही थी। उसके बाद स्कूल से जानकारी लेकर किसी भी कारण से नजर में आने वाले बच्चों की सूची बनाई गई। जिसमें इस बच्चे का नाम भी था, जिससे पूछताछ की गई तो वारदात की परतें खुलती चली गईं।