जामिया फायरिंग के आरोपी को 14 दिनों के लिए बाल सुधारगृह में भेज दिया गया है. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसकी उम्र जांचने के लिए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एप्लीकेशन लगाई है, इसके बाद फिर मेडिकल बोर्ड बनेगा. मेडिकल बोर्ड बनने के बाद ओसिफिकेशन टेस्ट (हड्डी की जांच) होगा.
बता दें कि आरोपी 11वीं कक्षा का छात्र है. जेजे बोर्ड ने ने उसको एग्जाम के लिए किताबें मुहैया करवाने के लिए बोला है, ट्यूशन के लिए भी पूछा जिसका उसने कोई जवाब नहीं दिया.
जांच में पता चला है कि उसने 10 हजार रुपये में गांव के एक शख्स से कट्टा खरीदा था. चंदन गुप्ता और कमलेश तिवारी की हत्या से वह आहत था. कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न से जुड़ी पोस्ट सोशल मीडिया पर पढ़ता था और उससे भी आहत था. इसके साथ ही वह रामलीला में भी भाग लेता था. इसकी सेवा कुटीर में काउंसलिंग होगी.
वहीं कल की घटना में घायल हुए जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र शादाब फारूक आज अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. एम्स के जय प्रकाश नारायाण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था. एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि डिस्चार्ज किए जाने के समय शादाब फारूक की हालत ठीक थी. जामिया में एमए मास कॉम्यूनिकेशन के छात्र शादाब फारूक के बाएं हाथ में गोली लगी थी.
इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. क्राइम ब्रांच को शक है कि इसके पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है. हो सकता है कि आरोपी का किसी ने ब्रेनवाश किया हो.
ऐसे में पुलिस आरोपी के कॉल डिटेल्स को खंगाल रही है. कल फायरिंग की घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी ने फेसबुक लाइव भी किया था और कई फेसबुक पोस्ट किए थे. फेसबुक ने आरोपी के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है. उसने अपने फेसबुक पर शाहीन बाग खेल खत्म और ये मेरी अंतिम यात्रा जैसे पोस्ट लिखे थे.