मथुरा। अभिनय और नृत्य में एक मुकाम रखने वाली हेमामालिनी सांसद के तौर पर नृत्य नहीं करना चाहती थी लेकिन यह ब्रज का ही प्रेम है कि उन्होंने शनिवार रात होली ब्रज रसोत्सव के मंच पर राधा बनकर नृत्य किया। राधा रास बिहारी नृत्यनाटिका में कृष्ण बने राहुल डिसूजा ने उनका साथ दिया। इस मौके पर सांसद ने कहा कि उनकी अभिलाषा विश्राम घाट पर लाइट और साउंड के कार्यक्रम की है। जल्द ही वह सारी अनुमति के साथ यह कार्यक्रम कराएंगी। कैलाश खेर ने भी विश्राम घाट पर गाने की इच्छा जाहिर की।
पर्यटन और संस्कृति विभाग के सहयोग से वेटरिनरी में चल रहे दो दिवसीय होली ब्रज रसोत्सव के दूसरे दिन हेमामालिनी ने राधा रासबिहारी पर अपनी प्रस्तुति दी। उम्र के करीब छह दशक पार कर चुकीं हेमामालिनी की मंच पर चपलता और भंगिमा देखते ही बनी। राधा रूप में सजी सांसद ने अपना सबसे बेहतरीन देने की कोशिश की। इस मौके पर मंच पर निकली एक कील से उनका पैर भी टकराया। जल्द ही इसे ठीक कराया गया।
इस मौके पर विश्राम घाट पर यह कार्यक्रम न करा पाने की टीस उजागर करते हुए कहा कि जल्द ही वह पूरी अनुमति के साथ उसी जगह पर यह कार्यक्रम कराएंगी। उन्होंने कहा कि वह नृत्य नहीं करना चाहती थीं लेकिन अन्य कलाकारों और ब्रज के लोगों का प्रेम देख वह खुद को रोक नहीं पाईं। उन्होंने 200 से अधिक प्रसिद्ध भजन और गीत लिखने वाले नारायण अग्रवाल का सम्मान किया।
इस मौके पर विपिन मुकुट वाला और गिरधारी लाल ने हेमा को कृष्ण की प्रतिमा और दुपट्टा भेंटकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही मथुरा का जंक्शन बदले सुंदर रूप में दिखेगा। इसके बाद सूफी गायक कैलाश खेर ने अपनी प्रस्तुति दी। एक से एक उम्दा कलाम से उन्होंने दर्शकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।