भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने सोमवार को कहा कि पिछले तीन साल में महिला टीम के प्रदर्शन को देखते हुए टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतना संभव लगता है. क्वॉलिफायर में रानी के निर्णायक गोल की मदद से भारत ने जीत दर्ज कर ओलिंपिक का टिकट कटाया. रानी ने भुवनेश्वर में अमेरिका के खिलाफ क्वॉलिफायर मैच में यह गोल कर चुके है. भारत ने औसत के आधार पर 6-5 से जीत दर्ज कर चुके है.
मिली जानकारी के अनुसार रानी ने कहा कि मैं अपना संयम बरकरार रखकर गोल करने में कामयाब रही. यह सपने जैसा था जब मैं खुशी के मारे अपनी टीम के गले लग रही थी. जब मैं मैदान पर आई, तब 15 मिनट का खेल बचा हुआ है. मैने सोचा कि पिछले तीन साल की मेहनत को हम यूं बर्बाद नहीं होगा. मुझे जब सर्किल के भीतर गेंद मिली तो मुझे पता था कि मेरे आगे जगह है और मैने गेंद पर नियंत्रण बरकरार रखते हुए अपने बेसिक्स पर फोकस जाना जरुरी.’
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चार साल पहले जब भारतीय महिला हाकी टीम ने 36 साल बाद रियो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया था, तब भी जापान के खिलाफ जीत में रानी ने अहम भूमिका निभाई थी. रानी ने कहा कि रियो के बाद से उनकी टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आ चुका है. वही उन्होंने बताया कि रियो में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन हमें ओलिंपिक खेलने का अच्छा अनुभव मिला. फिलहाल टीम में 10 खिलाड़ी हैं, जो रियो में खेल चुके हैं. तब से अब तक हमारे खेल में काफी सुधार आया है और मुझे यकीन है कि हम पदक जीतेंगे.’ भारतीय महिला हॉकी टीम फिलहाल ब्रेक पर है और 18 नवंबर 2019 से बेंगलुरू में अभ्यास शिविर में भाग लेगा.