प्रदेश में अगले साल से हर छात्र को वजीफा मिलेगा। इसके लिए छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना को अलग-अलग करने का निर्णय लिया गया है। योगी सरकार के इस फैसले से 50 लाख से ज्यादा विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
राज्य सरकार दो लाख रुपये तक सालाना आमदनी वाले परिवारों के बच्चों को छात्रवृत्ति के साथ-साथ शुल्क की भरपाई की सुविधा देती है।
छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत यह लाभ दिया जाता है। वर्ष 2016-17 में योजना के लिए 50.85 लाख छात्र पात्र पाए गए थे। इनके लिए कुल 5216.04 करोड़ रुपये के बजट की जरूरत थी।
संबंधित विभागों के पास इस मद में 3435 करोड़ रुपये ही उपलब्ध था। नतीजतन, 20 लाख छात्र योजना का लाभ पाने से वंचित रह गए।
अभी छात्रवृत्ति के साथ ही शुल्क की भरपाई की जाती है। यानी, जिन छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाती है, उन्हें ही शुल्क भरपाई का लाभ मिल पाता है। अब शासन ने फैसला किया है कि अगले सत्र से छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई की वरीयता सूची अलग-अलग बनाई जाएगी। पहले सभी छात्रों को वजीफा दे दिया जाएगा। उसके बाद शुल्क भरपाई की वरीयता सूची पर विचार होगा।
बता दें, कक्षा-10 से ऊपर के विभिन्न कक्षाओं के छात्रों को 4 हजार रुपये से लेकर 12 हजार रुपये तक छात्रवृत्ति दी जाती है। इस निर्णय से प्रत्येक छात्र योजना के तहत 4 हजार से 12 हजार रुपये तक पा जाएगा।