पोटैशियम की कमी से भी शरीर को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पोटैशियम एक इलेक्ट्रोलाइट होता है जो नर्वस सिस्टम, मांसपेशी, दिल, किडनी आदि के सामान्य क्रिया-कलाप के लिए ज़रूरी होता है। बहुत बार लोग प्रोटीन,विटामिन और कार्ब्स के बारे में बात करते हैं लेकिन पोटैशियम और उसकी जरुरत के बारे में अकसर बात नहीं की जाती। पोटैशियम की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, थकान, मसल पैन, डीहायड्रेशन जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ता है. पोटैशियम सेल मेटाबोलिज्म में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।
चूँकि इसकी कमी से नसों के बीच के बंधन कमज़ोर हो जाते हैं इसलिए कभी-कभी पोटैशियम की कमी नस दबने से होने वाले लक्षणों में योगदान दे सकती है। डाइट में पोटैशियम की मात्रा बढाने से नसों को सही संतुलन के साथ काम करने और लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। टमाटर, आलू, केला, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दही, मछली, मशरूम आदि में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होता है इसलिए खाने में इन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए।
अखरोट, केला और नट्स पोटैशियम से भरपूर होते हैं | स्किम मिल्क और ऑरेंज जूस जैसे पेय पदार्थ पीने से पोटैशियम के अवशोषण को बढाने में मदद मिल सकती है। कैल्शियम के समान पोटैशियम सप्लीमेंट भी नियमित रूप से लिए जा सकते हैं। अगर आप कोई अन्य दवा लेते हों या आपको कोई मेडिकल प्रॉब्लम हो तो पोटैशियम सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। आपके डॉक्टर आपके रक्त में पोटैशियम के लेवल को चेक कर सकते हैं।