विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता मिलने को लेकर वह पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होंने राज्यसभा में बताया कि इसमें समय जरूर लग रहा है, लेकिन ‘एक दिन’ स्थायी सदस्यता मिलेगी और इस दिशा में लगातार प्रगति है। वह यूएन में भारत की स्थायी सदस्यता पर अन्नाद्रमुक के विजिला सत्यनाथन के सवाल का जवाब दे रहे थे।
वहीं, विदेश मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की पहली छमाही में पड़ोसी देशों समेत खाड़ी, दक्षिण एशिया और अफ्रीकी देशों से भारत के रिश्ते मजबूत किए हैं। जयशंकर ने हालांकि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपीप) पर कहा कि भारत इस करार के मौजूदा स्वरूप के कारण इससे जुड़ना नहीं चाहता।
यह देश के बाकी मुद्दों और चिंताओं का संतोषजनक समाधान नहीं कर पाया। सरकार ऐसे सभी समझौतों में अपने हितों को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत ने इसको लेकर बातचीत की मेज पर काफी समय बिताया, लेकिन अंत में इसमें शामिल न होने का फैसला लिया।