सोनिया गांधी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। केरल की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी गयी है।
एजेंसी/ तिरुअनंतपुरम। पहले से भ्रष्टाचार के कई मामलों का सामना कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। केरल के एक मशहूर कॉन्ट्रैक्टर ने बकाया राशि के भुगतान नहीं करने पर सोनिया गांधी के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी है। हीथर कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा लिखाई गयी एफआईआर में केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट के चेयरमैन रमेश चेन्निथला का नाम शामिल है।
कांग्रेस की सफाई
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एफआइआर के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ ये मामला पहले से लंबित था। राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट के निर्माण में 20 करोड़ की लागत आयी थी। हीथर कंस्ट्रक्शन कंपनी को बड़ी राशि का भुगतान कर दिया गया है। दो करोड़ की बची हुई राशि के लिए सभी पक्ष बैठेंगे और मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा। इसमें न तो किसी तरह का आपराधिक मामला शांमिल है न ही पेमेंट करने में देरी की गयी है। हीथर कंस्ट्रक्शन कंपनी की तरफ से सिविल सूट दाखिल किया गया है। जिसे आपसी बातचीत में सुलझा लिया जाएगा।
क्या है मामला ?
हीथर कंपनी को तिरुअनंतपुरम में राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट बनाने का ठेका दिया गया था। कंपनी का आरोप है कि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी बकाया राशि के भुगतान करने में आनकानी करती रही है। हीथर कंस्ट्रक्शन के प्रबंध भागीदार द्वारा पंजीकृत कराया गया। शिकायत में हीथर कंस्ट्रक्शन का आरोप है कि कांग्रेस ने विकास कार्यों के लिए उन्हें ठेका दिया था। साथ ही आरोप लगाया कि अब केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) परियोजना के लिए उनके पास पैसे नहीं होने की बात कह रही है। महत्वपूर्ण बात ये है कि निर्माण के लिए इस परियोजना का ठेका केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के (केपीसीसी) पूर्व अध्यक्ष रमेश चेन्निथला द्वारा कमीशन किया गया था। इस लिहाज से कंपनी ने सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट का रुख अख्तियार करने का फैसला किया।
सोनिया गांधी ने केरल कांग्रेस को बकाया राशि के भुगतान करने का निर्देश भी दिया था। लेकिन केरल कांग्रेस कमेटी आनाकानी करती रही। कांग्रेस के इस रवैये से खफा हीथर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने सोनिया गांधी को लीगल नोटिस भेजा था।