सेना कैंटीन में बिना अब बिना इस नियम का पालन किए सामान नहीं मिल पाएगा। इस व्यवस्था से डुप्लीकेसी की आशंका पर पूरी तरह रोक लग जाएगी।
बिना फिंगरप्रिंट मिलान के सेना की कैंटीन से आप सामान नहीं ले पाएंगे। जिला सैनिक कल्याण परिषद के सदस्य पूर्व सैन्य अधिकारी नरेंद्र चंद ने बताया सेना की कैंटीनों में फिंगरप्रिंट के बगैर पूर्व सैनिकों, कार्यरत सैनिकों को मदिरा और अन्य सामान नहीं मिल पाएगा।
फिलहाल, पिथौरागढ़ के आर्टलरी की कैंटीन में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। अन्य कैंटीनों में भी यह व्यवस्था जल्द लागू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व में सैनिकों को जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से जारी परिचय पत्र के आधार पर कैंटीन से सामान मिल जाया करता था।
संज्ञान में आया कि लोग कैंटीन से सामान लेकर परिचितों को बांट देते थे। सरकार ने फिर स्मार्ट कार्ड लागू करते हुए सामान खरीदने की लिमिट तय कर दी। इसके अनुसार सैनिक को प्रतिमाह 4000, जेसीओ रैंक को 7500 और सैन्य अधिकारियों को 10000 रुपये तक का सामान मिलता है।