सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिया चक्रवर्ती द्वारा एक्टर की बहन मीतू सिंह के केस को बॉम्बे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है. हालांकि सुशांत की बहन प्रियंंका को कोर्ट की ओर से राहत नहींं दी है. कोर्ट का मानना है कि रिया द्वारा दर्ज एफआईआर प्रियंका सिंह के खिलाफ किया गया है. जस्टिस शिंदे और जस्टिस एमएस कार्णिक की डिविजन बेंच ने कहा- ‘यह निर्णय, जांच कर रहे अधिकारियों की जांच और रिपोर्ट पेश करने में कोई अवरोध नहीं होगा’.
मालूम हो कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत की मुख्य आरोपी और उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती ने एक्टर की बहन मीतू और प्रियंका के खिलाफ केस दर्ज किया था. उन्होंने 7 सितंबर 2020 को बांद्रा पुलिस स्टेशन में सुशांत की बहनों के खिलाफ फर्जीवाड़ा और सुशांत को गलत दवाईयां देने को लेकर शिकायत की थी. रिया ने आरोप लगाए थे कि एक्टर की बहनों ने कुछ डॉक्टर्स के साथ मिलकर बैन किए गए दर्वाइयों के फर्जी प्रीस्क्रिप्शंस बनवाए और बिना किसी सुपरविजन के सुशांत को इन दवाईयों का गलत डोज दिया, जिस वजह से एक्टर को क्रॉनिक एंग्जाइटी अटैक आया और उन्होंने सुसाइड कर लिया.
रिया के मुताबिक प्रियंका सिंह जो खुद एक वकील हैं, ने अपने भाई सुशांत के लिए किसी डॉक्टर के साथ मिलकर फर्जी मेडिकल प्रीस्क्रिप्शन बनवाया, जो सुशांत के डॉक्टर की इजाजत के बिना उन्हें नहीं दिया जाना चाहिए था. यह केस बांद्रा पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था जो कि बाद में सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था.
वहीं अपना पक्ष रखते हुए सुशांत की बहनें प्रियंका और मीतू ने कोर्ट को बताया था कि उन्हें डर है कि सीबीआई उन्हें किसी भी वक्त गिरफ्तार कर सकती है. हालांकि सीबीआई ने उन्हें इस केस को खारिज करने में मदद की थी क्योंकि एक केस के होते हुए मुंबई पुलिस को दो एफआईआर दर्ज नहीं करने चाहिए थे. सुशांत की बहनों का केस संभाल रहे वकील ने कहा कि वे इस एफआईआर को खारिज करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने सुशांत की बहनों को मामले में राहत दिए जाने का विरोध किया था. उन्होंने कोर्ट की कार्रवाई पर कहा- ‘हम कोर्ट के फैसले से संतुष्ट हें. ऐसा लग रहा है कि आखिर में रिया चक्रवर्ती इंसाफ के लिए जंग लड़ रही हैं और सत्य की जीत हुई है’. गौरतलब है कि 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में पंखे से लटकते पाए गए थे. इसके बाद से ही सीबीआई इस मामले में पूरी तरह से जांच-पड़ताल करने में जुटी हुई है.