सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को निर्भया के दोषी पवन की नाबालिग होने का दावा करने वाली याचिका खारिज होने पर निर्भया के माता-पिता ने खुशी जाहिर की है।
साथ ही निर्भया के पिता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि दोषी कितनी याचिकाएं दायर कर सकते हैं, यह तय करने के लिए गाइडलाइन बनाई जाए ताकि उनकी बेटी को एक निर्धारित समय सीमा में न्याय मिल सके।
निर्भया के पिता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पवन की चुनौती को खारिज कर दिया। इस फैसले से उनका परिवार खुश है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि दोषियों को कोई रियायत न दी जाए।
उन्होंने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट को यह निर्धारित करने के लिए गाइडलाइन बनानी चाहिए, कि दोषी खुद को बचाने के लिए कितनी याचिकाएं दायर कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दोषियों की कोई भी याचिका खारिज होने से उन्हें खुशी मिलती है, लेकिन जब भी दोषियों की ओर से कोई भी याचिका दायर की जाती है तो उनकी धड़कने तेज हो जाती हैं।
वहीं निर्भया की मां ने कहा कि बार-बार किसी न किसी तरीके से याचिकाएं दायर करके दोषी फांसी की सजा को आगे बढ़ाने की कोशिशें कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन दोषियों को एक-एक करके फांसी पर लटकाया जाए, ताकि इन्हें कानून के साथ खेलने का नतीजा पता चल सके। दोषियों की ओर से हर बार नई तरह से याचिका दायर करके उनके इंतजार को और लंबा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे तभी संतुष्टि मिलेगी, जब चारों दोषियों को एक फरवरी को फांसी पर लटकाया जाएगा।