भारत में बहुत कम ही ऐसे लोग है जिनकी एक झलक पाने को लोग कुछ भी कर गुजरने को तैयार होते हैं. लता मंगेशकर उन्हीं में से एक हैं. लता मंगेशकर की एक झलक पाने को लोग बेताब रहते हैं. सुनिधि चौहान आज बॉलिवुड की जानी-मानी गायिका हैं. लेकिन, उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में लता मंगेशकर का अहम योगदान है. सुनिधि चौहान को पहली पहचान रिऐलिटी शो मेरी आवाज सुनो से हुई थी.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह रिऐलिटी शो दूरदर्शन पर आता था. न तो सुनिधि और न उनके पिता, दोनों को इस तरह के रिऐलिटी शो पर विश्वास नहीं था. सुनिधि कभी इसमें भाग नहीं लेती थीं.लेकिन, एक दिन सुनिधि को पता चला कि इस शो के ग्रैंड फिनाले को लता मंगेशकर जज करने वाली हैं. जैसे सुनिधि को इस बात की जानकारी मिली वह अपने पिता के पास गईं. उनके पिता तैयार नहीं थी. फिर सुनिधि ने कहा कि लता जी की झलक पाने को उस शो में भाग लेना चाहती हूं. उनकी पिता ने इसके लिए आज्ञा दी. सुनिधि ने भाग लिया और शो जीत गईं.
उस क्षण को याद करते हुए सुनिधि कहती हैं, ‘जब मुझे विजेता घोषित किया गया तो लता जी ने मुझे खुशी से ट्रोफी दी. मेरे आंसू पोंछे और बोलीं, तुम्हें किसी भी चीज की जरूरत हो तो मुझे बोलना, ये शब्द मेरे लिए गोल्डन वर्ड्स की तरह थे. इन शब्दों ने मुझे जीवन भर प्रेरणा दी.’ध्यान रहे कि सुर साम्रागी लता मंगेशकर गंभीर रूप से बीमार हैं. वह मुंबई के अस्पताल में भर्ती हैं. वह वेंटिलेटर पर हैं. हालत नाजुक है. पूरा देश लता जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता है.