इस्लामाबादः सुंजवान आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के पीछे भारत द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को दोषी ठहराने के बाद पाकिस्तान को इस बात का डर सताने लगा है कि उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना ने जिस तरह एलओसी पार कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था उसे फिर से दोहरा सकती है. इसलिए पाकिस्तान ने पहले ही इसे लेकर एक तरह से चेतावनी दे दी है. सुंजवान कैंप पर हमले के बाद भारत के आरोपों को भी पाकिस्तान ने सिरे से खारिज कर दिया है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि भारतीय पक्ष हमेशा से बिना उचित जांच किए गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए निराधार आरोप लगाता रहा है. पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि कश्मीर में चल रहे ‘सशस्त्र विद्रोह’ को नियंत्रित करने की कोशिशों में की जा ही क्रूरता से ध्यान हटाने के लिए भारत ऐसे आरोप लगा रहा है. पाकिस्तान ने एलओसी पार किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई को लेकर भी भारत को चेताया है.
पाकिस्तान ने कहा है कि हमें भरोसा है कि कश्मीर में उत्पीड़न और मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत पर दबाव बनाएगा. भारत की तरफ से हमेशा पाकिस्तान में आतंकियों की ट्रेनिंग कराने और एलओसी के रास्ते उन्हें जम्मू-कश्मीर में घुसाने की बात कही जाती है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों को आतंकियों की बातचीत रिकॉर्ड करने में सफलता मिली है और सारे इशारे जैश की ही तरफ हैं.
सेना के मुताबिक आतंकियों के पास से असॉल्ट राइफल, यूबीजीएल और ग्रेनेड्स बरामद हुए हैं. हालांकि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देने की बात को हमेशा से नकारता रहा है. पाकिस्तान का दावा है कि वह केवल ‘आत्मनिर्णय के अधिकार’ के लिए संघर्ष कर रहे कश्मीर के लोगों को अपना कूटनीतिक और नैतिक समर्थन देता है. 2016 में उड़ी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें देश के 18 जवान शहीद हो गए थे. भारत ने इसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था.
गौरतलब है कि जम्मू के सुंजवान में सैन्य शिविर पर शनिवार तड़के सुबह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला कर दिया था जिसमें 5 सैनिक शहीद हो गए थे और एक नागरिक की मौत हुई थी. शिविर में घुसे आतंकवादियों ने फैमिली क्वार्टर्स में सो रहे लोगों पर गोलियां बरसाई थीं. सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को ढेर कर दिया था.