गोरखपुर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और दूसरे पूर्वी इलाकों में बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है. राज्य के 22 जिलों की करीब 15 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर के बुरी तरह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने प्रभावित लोगों के राजस्व और बिजली के बिल माफ करने का एलान किया.
हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी: सीएम योगी
गोरखपुर से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों के गांव करमहा कला, करमहा खुर्द, बढ़नी, परसौना में गए और बाढ़ग्रस्त लोगों से मिलकर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार इस आपदा की घड़ी में पूरी तरह से आपके साथ है और हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी.
बिना भेदभाव के हो राहत कार्य: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के राजस्व लगान और बिजली के बिल माफ किए जाएंगे. उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने पाएगी, सरकार सहायता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि कोई भी बाढ़ पीड़ित भूखे न रहने पाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत सामग्री हर परिवार तक बिना भेदभाव के पहुंचाया जाए.
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सीएम योगी ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनपद के सभी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में दौरा करें. इसके साथी ही लोगों को राहत और खाद्य सामग्री का वितरण सुनिश्चित करें. बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों को राहत में किसी तरह की कोताही ना बरतें.
राहत और बचाव कार्य में सेना की मदद ली जा रही है
इस बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग के सूत्रों के अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए सेना के हेलीकाप्टरों की मदद ली जा रही है. इसके अलावा एनडीआरएफ और पीएसी के जवान बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जी-जान से जुटे हैं. प्रदेश के 22 जिलों की 15 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. इस वक्त एनडीआरएफ की 11 कम्पनियां, बाढ़ पीएसी की 17 कम्पनियां और वायु सेना के दो हेलीकाप्टर के अलावा सैनिक प्रभावित इलाकों में तैनात हैं.
नदियों की हालत चिंताजनक
गोरखपुर शहर और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. शनिवार सुबह से ही राप्ती, रोहिन, गोर्रा आदि नादियां उफान पर हैं. शहर के नौसड़ चैराहे पर राप्ती नदी बांध की हालत चिंताजनक बनी हुई हैं. प्रशासन ने लखनऊ जाने वाले वाहनों को इस मार्ग पर प्रतिबंध लगा दिया है. लखनऊ जानें वाले वाहनों को बागा गाढ़ा मार्ग से कलेसर होते हुए लखनऊ की ओर भेजा जा रहा है.
नौसढ़ चैराहे पर हो रहे रिसाव को रोकने के कार्य मे जनता की भीड़ की वजह से बाधा उत्पन्न हो रही है. वहीं शहर के रुस्तमपुर-बड़गो में हो रहे रिसाव को प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से रोक दिया गया है. लेकिन कठौर-बड़गो में स्थित बांध में रिसाव जारी है. उधर ग्रामीण क्षेत्रों के कम्पीयर गंज, मानीराम, पिपराइच, बालापार सहित दर्जनों गांव पूरी तरह से जलमग्न है. लोगों को एनडीआरएफ और सेना की मदद से सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया था.
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