पटना। कर्पूरी जयंती समारोह में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बक्सर के नंदन गांव में गिरफ्तार लोगों को शीघ्र जमानत मिल जाएगी। सरकार उनकी जमानत याचिका का विरोध नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि नंदन गांव में तो मैं खुद रुक कर लोगों से बातें करना चाहता था, लेकिन मेरे रुकने से पहले ही वहां पत्थरों की बारिश हो गई।
उन्होंने कहा कि मैंने डीजीपी से कहा है कि जबतक छानबीन पूरी नहीं हो जाए, किसी और को गिरफ्तार नहीं किया जाए। घटना के बाद रात में हुई गिरफ्तारी के बाद वहां किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। बताते चलें कि नंदन गांव में मुख्यमंत्री के काफिले पर पिछले दिनों ग्रामीणों ने पथराव किया था।
मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पटना स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति संग्रहालय को शोध संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा। समारोह में पारित हुए प्रस्ताव में यह मांग शामिल थी। उन्होंने कहा कि मैंने भी प्रस्ताव का हाथ उठाकर स्वागत किया है। मैंने तो यहीं बैठे-बैठे ही मुख्य सचिव और शिक्षा एवं कला संस्कृति विभागों के प्रधान सचिवों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दे दिए हैं।
मानव श्रृंखला में शामिल होने वालों को बधाई
मुख्यमंत्री ने 21 जनवरी को दहेज एवं बाल विवाह के लिए बनी मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए राज्यवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इतनी ठंड में इनका शामिल होना इनके संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी, दहेजबंदी या बाल विवाह पर रोक के लिए कानून है, लेकिन इनके लिए निरंतर जनजागृति भी जारी रहनी चाहिए।
हर बैठक में जदयू कार्यकर्ता लेंगे संकल्प
नीतीश कुमार ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से जदयू कार्यकर्ताओं को हर बैठक में दहेज एवं बाल विवाह के खिलाफ हाथ उठाकर संकल्प दोहराने का निर्देश भी दिया। उन्होंने वहां मौजूद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से कहा कि वे इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी कर दें।