मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में एक बुजुर्ग के शुद्धीकरण के नाम पर बेरहमी से हत्या करने का मामला सामने आया है। बुजुर्ग की गलती यह थी कि उसने जंगली जानवर के लिए खाने में जहर रखा था जो उस जानवर ने ना खाकर गाय की बछिया ने खा लिया। इससे उसकी मौत
जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के मलहरा इलाके में हरसिंह लोधी अपने परिवार के साथ रहते थें। वह किसान थे। उनकी फसलों को जंगली जानवर खराब कर देते थे। इससे वह बेहद परेशान थे। क्योंकि मेहनत करने के बावजूद जंगली जानवर अचानक आकर फसल खाने के साथ आस-पास लगे पेड़-पौधों को उजाड़ देते थे। अपनी फसल को जंगली जानवरों से बचाने के लिए वह दिन रात निगरानी भी करते थे लेकिन जैसे वह अपने खेत से निकलते तभी जंगली जानवर खेत में आकर फसल खा जाते। ऐसे में गांव के कुछ लोगों ने उन्हें सलाह दी कि रोटी में जहर देकर रख देगा तो एक-दो जंगली जानवर मर जाएंगे और इसके बाद नहीं आएंगे।
लोगों के कहने पर 70 साल का हरसिंह मान गया और उसने ऐसा ही किया। मगर उसकी किस्मत खराब थी। जहर वाली रोटी को जंगली जानवर की बजाय एक गाय की बछिया खा गई। इससे बछिया मौत हो गई। गांव वालों ने बुजुर्ग को गौ हत्या का दोषी समझ लिया। गांव के लोग भड़क गए और मामले की जानकारी गांव की पंचायत को दी। पंचायत ने फरमान सुनाते हुुए कहा कि हरसिंह का मुंडन कराकर स्नान कराओ इसके बाद खाना खिलाओ और फिर एक पैर पर खड़ा रखो। ऐसा करने से उसका शुद्धीकरण हो जाएगा और वह गौ हत्या का दोषी नहीं रहेगा। हरसिंह गिड़गिड़ाता रहा। मगर किसी ने उसकी न सुनी। सबके सामने उसके बाल काट दिए गए और एक पैर पर खड़ा करा दिया गया। कई घंटों तक बुजुर्ग खड़ा रहा और फिर उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत सदमें और हार्ट अटैक से हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।