भगवा रंग के सोफों, चादरों और तौलियों के चलते सुर्खियों में आने के बाद योगी सरकार ने अब सीएम सेक्रेटिएट यानी लाल बहादुर शास्त्री भवन को भी भगवा कर दिया है. आपको बता दें कि इसी भवन से राज्य की सत्ता चलती है. यहीं से राज्य के सभी महत्वपूर्ण विभागों के सचिव, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री अपना कामकाज संभालते हैं.
उत्तर प्रदेश में पार्टियों की राजनीति ही नहीं रंगों की राजनीति भी होती रही है. सरकारों के बदलने के साथ-साथ राजधानी का रंग भी बदलता नजर आता है. बीएसपी शासन में साइन बोर्ड, सजावट की लाइटों से लेकर फुटपाथ पर लगी ग्रिल नीली हो गई थी. बीएसपी शासन में नीली रंग की सर्वजन हिताय बस सेवा आई थी.
सपा सरकार के दौरान लाल और हरे रंगों को यूज दिखता था.अखिलेश राज में लाल और हरे रंग की पट्टी वाली लोहिया ग्रामीण बस सेवा शुरू की गई थी.
इसी तरह वाममोर्चा को लाल रंग बेहद पसंद है. कहा जाता है कि जब वो पश्चिम बंगाल में शासन में थे तो पूरा शहर लाल रंग में रंगा था. जिसे अब ममता दीदी नीला करा रही हैं.