सीतापुर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के देवी-देवता की शरण में आने के बाद अब उनके दोस्त अखिलेश यादव की भी भगवान में आस्था बढ़ गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सीतापुर में थे। उन्होंने इस दौरान दावा किया कि अगर प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो वह गांव की रामलीला में राम व सीता का रोल करने वाले को समाजवादी पेंशन प्रदान करेंगे। उन्होंने मथुरा, मेरठ, लखनऊ और कासगंज की घटनाओं का हवाला देते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था को बदतर बताया और सरकार पर किसानों को आलू आतंकवादी बनाने का आरोप लगाया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सीतापुर में पिसावां ब्लाक के कचूरी गांव में जनसभा को संबोधित किया। इस गांव को राज्यसभा सांसद किरनमय नंदा ने गोद लिया है। जनसभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या में पुष्पक विमान से लाए गए। वहां पर भगवान राम तथा सीता को मुंबई से लाया गया था। हमारी सरकार बनेगी तो गांव की रामलीला के राम व सीता के कलाकारों को पेंशन देंगे। हमारी सभी भगवानों में आस्था है। भाजपा सरकार से सवाल किया कि आपने सबको आधार से बांध दिया है। अब आबादी के हिसाब से उन्हें सुविधाएं भी दो।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ, जितना भाजपा के शासन में हो रहा है। पहले थाना की गाड़ी धक्का मारने के बाद स्टार्ट होती थी। हमने यूपी 100 शुरू किया। यह व्यवस्था अमेरिका में थी। उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा प्रदेश बना, जहां न्याय दिलाने वाली व्यवस्था थी। अब तो यह वसूली करने वाली व्यवस्था बन गयी है। आलू किसान की इतनी उपज कोल्ड स्टोरेज में बर्बाद है। हमारे मुख्यमंत्री को पता ही नहीं है कि नया आलू खुदने लगा है।
अखिलेश यादव ने भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि मैंने टीवी पर देखा इसी सीतापुर के महोली में सांसद व विधायक के बीच जूते चल रहे थे। अभी तो नौ माह ही हुए हैं। अभी जनता को हिसाब मांगना बाकी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वेटर बंटे नहीं हैं। उन्होंने महिला मंत्री की तारीफ करते हुए कहा वह मां थी। उन्हें बच्चों का दर्द पता था लेकिन मुख्यमंत्री को बच्चों से क्या मतलब। हमने एक्सप्रेस वे बनाकर उस पर हवाई जहाज उतार दिए, इसके जवाब में भाजपा ने पानी में जहाज उतार दिया।
अखिलेश यादव ने सूबे की खराब कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। कासगंज में हुई घटना पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह न तो कानून मानते हैं और न ही व्यवस्था दुरुस्त है। नौजवानों से कहा कि इस सरकार में नौकरी नहीं मिलने वाली। हमने पुलिस भर्ती की थी, बेरोजगारों को शिक्षामित्र बनाया था। केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर उद्योगपति देश छोड़कर बाहर चले गए। इससे देश का विकास बाधित हुआ है। कहा बजट आने वाला है। कम से कम किसानों का कर्ज माफ कर दो। हम समाजवादी मदद करेंगे वह गुमराह करते हैं।
सीतापुर में आज इस कार्यक्रम को लोकसभा चुनाव के शंखनाद के रूप में भी देखा जा रहा है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एमएलसी आनंद भदौरिया, पूर्व विधायक अनूप गुप्त समेत तमाम नेता एड़ी-चोटी का जोर लगाए थे। इससे पहले वह लखनऊ से समाजवादी रथ से आज सीतापुर पहुंचे। सीतापुर में उनका काफी जोरदार स्वागत किया गया। वह सिधौली में रथ रोक कर कार्यकर्ताओं से मिले।