राजस्थान में सियासी लड़ाई अभी पूरी तरह से थमी नहीं है. 14 अगस्त से राज्य में विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है, ऐसे में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के गुट अपना किला मजबूत करने में लगे हैं.
इस बीच गहलोत कैंप के ही एक विधायक ने दावा किया है कि सचिन पायलट के पास करीब 40-45 विधायक हो सकते थे, जितनी संख्या दिख रही है असल में उससे अधिक है.
कभी सचिन पायलट गुट का हिस्सा रहे विधायक प्रशांत बैरवा ने कहा कि आज सचिन पायलट के पास 18 की संख्या है, लेकिन अगर हमसे सलाह ली होती तो ये संख्या 45 तक पहुंच सकती थी. प्रशांत बैरवा भी अभी जैसलमेर के सूर्यगढ़ होटल में ही हैं और अन्य कांग्रेसी विधायकों के साथ रुके हुए हैं.
प्रशांत ने कहा कि सचिन पायलट के साथ काफी बड़ी टीम थी, उसका उन्हें अंदाजा भी नहीं था. अगर वो हमसे सलाह लेते तो संख्या 45 होती, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
ऐसे में लग रहा था कि गेम कोई और ही खेल रहा है. आज भी उनके कई चाहने वाले इस तरफ हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम कांग्रेस के लिए वोट नहीं करेंगे हम कांग्रेस को ही वोट करेंगे.
उन्होंने कहा कि इस पूरे खेल के पीछे भारतीय जनता पार्टी है, कई विधायक वापस भी आना चाहते हैं. लेकिन अब उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है.
बता दें कि कांग्रेस की ओर से लगातार भाजपा पर ही इस पूरे खेल को रचने का आरोप लगाया जा रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना था कि सचिन पायलट और उनके गुट के लोग बीजेपी के कहने पर चल रहे हैं, अगर पार्टी के अंदर की कोई बात है तो पार्टी के मंच पर उठाना चाहिए.
आपको बता दें कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए 14 अगस्त की तारीख चुनी है. ऐसे में दोनों गुट की ओर से विधायकों को साथ रखने की कोशिश है, सचिन पायलट गुट के विधायकों ने कहा था कि वो सत्र में हिस्सा लेंगे.