सऊदी अरब में आज यानी रविवार का दिन महिलाओं के लिए ऐतिहासिक है। हमेशा यात्री सीट पर बैठने वाली महिलाओं को अब सड़को पर खुद गाड़ी चलाने की आजादी मिल गई है। इसी के साथ अरब महिलाओं के गाड़ी चलाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने वाला दुनिया का अंतिम देश बन गया है।
इस आजादी के बाद महिलाओं के चेहरे पर एक नई खुशी देखने को मिली। राजधानी जेद्दा में आधी रात से ही महिलाएं सड़कों पर जश्न मनाती नजर आईं। सड़कों पर कई महिलाएं हाथों में स्टियरिंग थामें नजर आईं। वहां मौजूद लोग उनको इस नई आजादी की बधाई दे रहे थे।
बता दें कि सऊदी अरब की महिलाओं को यह अधिकार ऐसे ही नहीं मिला। इसके लिए उन्हें लंबा संघर्ष करना पड़ा। अभी तक दुनिया में सिर्फ सऊदी अरब में ही महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध था। कहीं जाने के लिए पुरुष रिश्तेदार, टैक्सी ड्राइवर या अन्य किसी सहायता की जरूरत होती थी। लेकिन अब से वह खुद ड्राइव करके कहीं भी जा सकेंगी।
28 साल चला संघर्ष
28 साल के लंबे संघर्ष के बाद आज अरब में महिलाएं भी वाहन चला सकेंगी। 47 महिलाओं ने 1990 में नियम तोड़ते हुए शहर में वाहन चलाए थे। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था। सर्वोच्च धार्मिक संस्था ने अध्यादेश लाकर प्रतिबंध को सख्त किया जेल तक जाना पड़ा। महिला सामाजिक कार्यकर्ता मानल अल शरीफ को ड्राइविंग का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने की वजह से जेल जाना पड़ा था। वर्तमान में वह ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं। इसी तरह 2014 में लॉउजैन अल-हथलौल ने यूएई से सऊदी अरब तक ड्राइव करने की कोशिश की, जिसकी वजह से उन्हें 73 दिन तक जेल में रहना पड़ा। 70 साल की कार्यकर्ता अजीजा-अल यूसुफ को भी जेल जाना पड़ा था।
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