श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट अभी भी बरकरार है। पड़ोसी देश में जारी अस्थिरता पर भारत सरकार भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। श्रीलंका संकट पर आज मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सर्वदलीय बैठक विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में होगी। बताया जा रहा है कि बैठक शाम 5 बजे शुरू होगी।
केंद्रीय मंत्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सभी दलों के नेताओं को श्रीलंका संकट पर जानकारी देंगे। बैठक में पड़ोसी देश के हालातों पर चर्चा होगी। संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक की घोषणा की थी। बता दें कि श्रीलंका में पेट्रोलियम पदार्थों समेत अन्य वस्तुओं की भारी किल्लत है। भारत ने श्रीलंका को खाद्यान्न, दवाओं सहित अन्य जरूरी वस्तुओं की मदद भेजी है।
तमिलनाडु में बढ़ रही शरणार्थियों की संख्या
सर्वदलीय बैठक में तमिलनाडु में बढ़ रही शरणार्थियों की संख्या को लेकर भी चर्चा संभव है। इसके अलावा श्रीलंका को और आर्थिक मदद देने पर भी चर्चा की जा सकती है। गौरतलब है कि तमिलनाडु में शरणार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हाल ही में पीएम नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ अपनी हालिया बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने श्रीलंका की स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने आर्थिक रूप से प्रभावित राष्ट्र को राहत सामग्री भेजने की अनुमति मांगी थी।
20 जुलाई को नए राष्ट्रपति का चुनाव
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दिया था। रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को अंतरिम राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। 225 सदस्यीय श्रीलंकाई संसद अब 20 जुलाई को मतदान के जरिये नए राष्ट्रपति का चुनाव करेगी।