Shri Ram Mandir : रामलला के चढ़ावा की धनराशि अब हर रोज बैंक खाते में जमा करने की तैयारी है। अभी तक यह धनराशि पखवारे में एक बार ही बैंक में जमा होती थी, लेकिन राममंदिर निर्माण की हलचल से इस चढ़ावे में इजाफा हुआ है। धनराशि को रोजाना दानपात्र से निकालकर बैंक में जमा करने का तानाबाना बुना जाने लगा है।
दान की रकम दानपात्र से दूसरे दिन बैंक में जमा करने की योजना है। ट्रस्ट की आगामी बैठक में यह प्रस्ताव बैंक की ओर से दिया जा सकता है। इससे न सिर्फ दानपात्र में चढ़ावे की रकम की गिनती में सहूलियत होगी, बल्कि धनराशि जमा कराने में अधिक सुविधा होगी। हालांकि, ट्रस्ट की बैठक में इस पर सहमति जरूरी है। चर्चा है कि ट्रस्ट की आगामी बैठक में बैंक का एकाउंट नंबर भी सार्वजनिक करने पर फैसला हो सकता है, जिससे आम श्रद्धालु सीधे ऑनलाइन तरीके से खाते में दान कर सकें।
उधर गुरुवार को दानपात्र में जमा धनराशि की शुरू गिनती दूसरे दिन शुक्रवार को पूरा हो गई। पहले दिन सवा छह लाख रुपए तक के रुपये व सिक्कों की गिनती हो सकी थी। गिनती पूरी होने के बाद यह धनराशि बढ़कर आठ लाख चार हजार 982 रुपये हो गई, जिसे बैंक खाते में जमा कराया गया। दो दिन ही पहले श्रीराम तीर्थ ट्रस्ट का खाता भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा में खुला है। गुरुवार को पिछले 15 दिनों में रामलला के चढ़ावे की धनराशि की गिनती देर शाम तक चलती रही, इसमें 14 कर्मचारी भिन्न-भिन्न विभागों के तैनात किए गए थे।
नोट व सिक्कों की गिनती का होगा खास इंतजाम
सूत्रों के अनुसार ट्रस्ट के खाते में दानपात्र की जमा धनराशि को गिनने के लिए कर्मचारियों को मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन आगे से नोटों व सिक्कों की गिनती को आसानी से किया जा सकेगा। बैंक सूत्रों की मानें तो वे इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। नोटों व सिक्कों को गिनने वाली मशीन का इंतजाम होगा। आने वाले दिनों में ट्रस्ट की ओर से रामनगरी के कई स्थानों पर दानपात्र रखने की योजना है, इसीलिए ये मशीनें और भी आवश्यक हो गई हैं।