महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब शिवसेना को राज्य का गृह मंत्रालय मिलने जा रहा है. 1999 से लेकर 2014 तक महाराष्ट्र का गृह मंत्रालय लगातार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास रहा है. लेकिन इस बार गठबंधन धर्म के दबाव में झुकते हुए एनसीपी ये अहम मंत्रालय शिवसेना को देने पर राजी हो गई है.
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से लंबी बात की. ये मुलाकात वर्ली में हुई. इस दौरान पोर्टफोलियो के बंटवारे पर विस्तार से चर्चा हुई. मीटिंग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शहरी विकास मंत्रालय के बदले अपनी पार्टी के लिए गृह मंत्रालय की जोरदार पैरवी की.
सूत्र बताते हैं कि सीएम पद पर रहने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गृह मंत्रालय का महत्व समझ में आ गया है, अब वे हर हालत में इस मंत्रालय को अपनी पार्टी के लिए चाहते हैं.
इस मीटिंग में शिवसेना के रणनीतिकार संजय राउत, शिवसेना के विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे, वरिष्ठ पार्टी नेता सुभाष देसाई, एनसीपी नेता जयंत पाटिल और एनसीपी नेता अजित पवार शामिल थे.