राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में गुरुवार शाम अचानक बारिश के साथ ओले गिरे. इससे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के कई इलाकों में ओलों की सफ़ेद चादर सी बिछ गई. नजारा ऐसा था कि सोशल मीडिया पर लोग दिल्ली की तुलना शिमला और मनाली की बर्फ़बारी से करने लगे.
गुरुवार को मौसम बदलने के कारण करीब 38 विमानों का रास्ता बदला गया. आसपास के शहरों में विमानों की लैंडिंग करवानी पड़ी. कई उड़ानों ने तो देरी से उड़ान भी भरी.
बताया जा रहा है कि करीब 15 साल बाद दिल्ली वासियों ने इस तरह की ओलावृष्टि देखी है. इसके पहले 2004-05 में इसी तरह ओले गिरे थे. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 9 से 11 फ़रवरी के बीच दिल्ली-एनसीआर में घना कोहरा पड़ सकता है. साथ ही तापमान में भी गिरावट आ सकती है.
इस बारे में मौसम विभाग के डायरेक्टर कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि बारिश और ओलों के बावजूद दिल्ली-एनसीआर का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य के मुकाबले 7 डिग्री ज्यादा है.
मौसम विभाग का अनुमान यह भी है कि 11 फ़रवरी को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण दोबारा दिल्ली- एनसीआर में बारिश हो सकती है. साथ ही ठंड बढ़ने की भी संभावना है.