नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में बुधवार को शहर में भारत बंद का आंशिक असर ही नजर आया। सिर्फ मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में कुछ जगहों पर दुकानें बंद रहीं, हालांकि अन्य प्रमुख बड़े बाजार खुले रहे। सामन्य दिनों की तरह बाजारों में चहल कदमी नजर आई और दूरस्थ जिलों से आने वाले व्यापारियों ने थोक की खरीदारी की। ट्रांसपोर्ट से लेकर सभी जगह सामान्य स्थिति रही।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में वामपंथी दलों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया था। इसे लेकर प्रशासन पहले से ही सतर्क था और पूरी तरह नजर बनाए थे। बुधवार को सुबह से शहर में भारत बंद का आंशिक ही असर नजर आया। अल्पसंख्यक इलाकों में कारोबारियों ने दुकानें बंद कर रखीं। अब यहां शाम को कैंडिल मार्च निकालने की तैयारी की जा रही है।
इसे लेकर प्रशासन व पुलिस सतर्क हो गया है और सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। वहीं शहर में अन्य प्रमुख बाजारों में बंदी का कोई असर नहीं है। सुबह से बाजार और दुकानें रोजाना की तरह खुलीं और खरीदारों की आवक बनी रही। दूरस्थ जिलों से थोक खरीदारी करने वाले व्यापारी भी पहुंचे और माल का लदान कराया।