वैज्ञानिकों ने दक्षिण अफ्रीका की एक गुफा से मिले 15 कंकालों के आधार मनुष्य (होमो सेपियंस) की नई प्रजाति खोजने का दावा किया है।
‘होमो नलेडी’ नाम की इस प्रजाति में आदिम और आधुनिक मानव जाति के मिश्रित लक्षण पाए गए हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि यह खोज हमारे पूर्वजों के बारे में विचारों को बदल कर रख देगी। शोध से जुड़े वैज्ञानिक प्रोफेसर ली बर्गर ने कहा है कि ये आधुनिक मानव की प्रारंभिक प्रजातियों में से (जीनस होमो) एक हो सकते हैं।
ये संभवत: तीस लाख वर्ष पहले अफ्रीका में रहते होंगे। जर्नल एलिफि में प्रकाशित शोध के अनुसार, संभवत: होमो नलेडी रीति-रिवाजों के जानकार थे और संकेतों के माध्यम से विचारों के आदान-प्रदान में सक्षम थे। कंकालों की जांच में उनकी खोपड़ी आधुनिक मानव जैसी पाई गई है।
हालांकि उनकी मस्तिष्क की कोटरी आधुनिक मनुष्य की तुलना में छोटी और गोरिल्ला जैसे वानरों जैसी है। कलाई और हथेली भी आधुनिक मानव की तरह हैं, लेकिन अंगुलियां ज्यादा मुड़ी हुई हैं। बर्गर ने कहा कि होमो नलेडी दो पैरों पर चलने वाले वानर और मनुष्य के बीच की कड़ी प्रतीत होते हैं।
उनका कहना है कि मानव के ये जीवाश्म मानव इतिहास की बड़ी खोज साबित हो सकते हैं। शोध से जुड़े नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम के प्रोफेसर क्रिस स्ट्रिगर ने कहा कि इससे वानर से मानव के विकास के बीच की एक और गायब कड़ी जुड़ गई है।
उन्होंने कहा कि अवशेषों की वैज्ञानिक जांच के जरिये हम पता लगाएंगे कि कैसे उनके बच्चों ने मां के दूध के अलावा अन्य खाद्य पदार्थों को लेना सीखा, कैसे उनका विकास हुआ, विकास की गति क्या रही और विकास के चरणों में पुरुषों और महिलाओं की स्थिति क्या रही। वैज्ञानिक आश्चर्यचकित हैं कि आखिर इतने लंबे समय तक हड्डियां कैसे संरक्षित रहीं।