आगरा: सफेद संगमरमर में ढली मोहब्बत की निशानी ताजमहल का नूर आज कुछ अलग होगा. शरद पूर्णिमा पर जब चंद्रमा की सफेद किरणें उस पर पड़ेंगी तो वह अलग तरह की रोशनी में नहाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- इस नजारे के दर्शन के लिए अधिकतम 400 टिकट बुधवार को ही बिक चुके हैं. गुरुवार रात 8:30 से 12:30 बजे तक सैलानी ताज निहारेंगे. इस खास नजारे के दीदार का ख्वाब सैलानी साल भर संजोते हैं. जो लोग ताजमहल के भीतर एंट्री नहीं कर पाए उन्होंने ताजगंज स्थित होटलों में बुकिंग करवाई है तोकि होटल की छत से वे ताज का दीदार कर सकें.
गौरतलब है कि ताजमहल कुछ दिन से विवादों में है. उत्तर प्रदेश में टूरिस्ट बुकलेट से ताजमहल का नाम गायब होने के मुद्दे पर विपक्ष ने राज्य सरकार पर निशाना साधा. सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने तंज कसते हुए कहा कि अगर योगी सरकार ताजमहल को तुड़वाने की पहल करती है, तो वह इसका समर्थन करेंगे. आजम ने कहा कि एक तो यह गुलामी की निशानी है. एक ज़माने में ताजमहल को गिराने की बात चली भी थी मगर इसे गिराने की बात करने वालों ने इसपर अब तक अमल नहीं किया.
इससे पहले ताजमहल के विवाद पर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था कि ताजमहल हमारी संस्कृति, धरोहर और प्राथमिकता है. रीता ने कहा कि ताजमहल विश्व धरोहर के साथ ही पर्यटन का केंद्र भी है. हमारी सरकार ने ताजमहल के सुधार के लिए 156 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
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सोमवार को प्रदेश सरकार की ओर से पर्यटन स्थानों पर एक बुकलेट जारी किया गया था. इसमें ताजमहल को शामिल नहीं किया गया था, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर को जगह दी गई है.