भाजपा का कहना है कि देशवासी अरविंद केजरीवाल व उनकी आम आदमी पार्टी (आप) की हकीकत जान गए हैं। इसलिए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ‘आप’ के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है।
मतदाता झांसे में नहीं आए
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि ‘आप’ का अत्यंत खराब प्रदर्शन यह सिद्ध करता है कि आम आदमी का केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी में अब विश्वास नहीं है। ‘आप’ ने कर्नाटक में दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए काम के आधार पर वोट मांगे थे। उसने वोटरों को दिल्ली के कथित विकास के सपने दिखाकर रिझाने की पूरी कोशिश की थी परंतु कर्नाटक के मतदाता उसके झांसे में नहीं आए।
दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि ‘आप’ ने वहां 28 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन एक की भी जमानत नहीं बची। सारे उम्मीदवारों को मिले मतों को मिलाने पर भी आकड़ा 21 हजार के आसपास आता है। 16 उम्मीदवारों को तो 500 से भी कम मतों से संतुष्ट होना पड़ा। ‘आप’ को कर्नाटक और गोवा में मिली करारी हार से सबक लेना चाहिए और दिल्ली के विकास पर ध्यान देना चाहिए।