लखनऊ. लोकसभा चुनाव- 2019 को लेकर सपा सक्रिय हो गई है। सपा ने 2 साल पहले ही फतेहपुर से राकेश सचान को प्रत्याशी घोषित किया है। यह जानकारी सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने दी है। बसपा के बाद सपा ऐसी दूसरी पार्टी बन गई है जिसने चुनाव के करीब दो साल पहले ही अपना कैंडिडेट घोषित किया है।
प्रत्याशी की घोषणा करने के कई मायने
-सपा ने आगामी लोकसभा प्रत्याशी की घोषणा के साथ ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस घोषणा के पीछे सपा को अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी को फिर से स्थापित करना भी है। जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में किसी प्रकार की निराशा और आत्मविश्वास में कमी न आने पाए।
-फतेहपुर से भाजपा के 3 मंत्री हैं। जिसमें फतेहपुर सांसद साध्वी निरंजना ज्योति केंद्रीय मंत्री हैं। वहीं, फतेहपुर से भाजपा विधायक रणवेंद्र प्रताप सिंह और भाजपा अपना दल के विधायक जैकी भी वर्तमान में मंत्री हैं।
-ऐसे में सपा के पास अपने कार्यकर्ताओं को रोके रखना और अपना विस्तार करने में काफी मेहनत करनी होगी। राकेश सचान फतेहपुर से सांसद रह चुके हैं। उन्हें 2014 के लोकसभा में कुछ ही वोटों के अंतर से बीजेपी प्रत्याशी ने हराया था।
-राकेश सचान एक बार कानपुर से विधायक भी रह चुके हैं।
गठबंधन और जातिगत वोटबैंक दोनों को चुनौती
-लोकसभा 2019 के लिए अभी से प्रत्याशी की घोषणा के बाद सपा ने अब गठबंधन और जातिगत राजनीतिक पैतरों को चुनौती दिया है।
-राजनीति में फैसलों को बदलने में समय नहीं लगता, लेकिन अखिलेश यादव की अभी तक की कार्यशैली को देखें तो वो इसे गलत साबित करते आए हैं।
-उनका मकसद अपनी पार्टी का विस्तार करना है, ऐसे में भविष्य में गठबंधन इस सीट पर होता है तो भी ये सीट सपा के खाते में ही आने की ज्यादा संभावना है।