भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच कई राज्यों रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की किल्लत का सामना कर रहे हैं. वहीं इंजेक्शन की बड़ी खेप पंजाब के रोपड़ (Ropar) के गांव सलेमपुर के पास भाखड़ा नहर से मिली है. इसके साथ ही एंटीबायोटिक इंजेक्शन सैफापेराजोन की खेप भी नहर से मिली है.
इंजेक्शन के असली-नकली की पुष्टि नहीं
स्वास्थ्य विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह ने बताया, ‘रेमडेसिविर के करीब 671 इंजेक्शन, 1456 से भी अधिक एंटीबायोटिक इंजेक्शन सैफापेराजोन और 849 बिना लेवल वाले इंजेक्शन हैं, जिनके प्रिंट पानी में धुल चुके थे. शुरुआत में ये इंजेक्शन नकली लग रहे थे, लेकिन फिलहाल इनकी पुष्टि नहीं हो पाई है और जांच चल रही है.
जांच में जुटी पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, सलेमपुर गांव के रहने वाले भाग सिंह ने भाखड़ा नहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन देखी और इसकी सूचना पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को दी. इसक बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जो मामले की जांच कर रहे हैं.
वैक्सीन पर लिखा है- नॉट फॉर सेल
रिपोर्ट के अनुसार, रेमडेसिविर वैक्सीन पर मैन्युफैक्चरिंग डेट मार्च 2021 और एक्सपायरी डेट नवंबर 2021 लिखी है, जिसकी एमआरपी 5400 रुपये हैं. वहीं सेफोपेराजोन इंजेक्शन पर मैन्युफैक्चरिंग डेट अप्रैल 2021 और एक्सपायरी डेट मार्च 2023 है. सभी टीके सरकारी सप्लाई के लिए हैं, जिन पर फॉर गवर्नमेंट सप्लाई नॉट फॉर सेल भी लिखा हुआ है.