अब एक बार फिर 2025 में सुशील कुमार उपाध्याय को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया गया है। जिसको लेकर उनके परिवार समेत पूरे जिले में खुशी की लहर है। उनके इस उपलब्धि पर न केवल उनका गांव बल्कि पूरा जिला खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
देश के जम्मू-कश्मीर में पोस्टेड सीमा सुरक्षा बल के उप कमांडेंट सुशील कुमार उपाध्याय को उनके विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें गणतंत्र दिवस 2025 के उपलक्ष्य पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों प्राप्त हुआ। यह दूसरा मौका है जब रोहतास के लाल सुशील कुमार उपाध्याय राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) के लिए चयनित हुए हैं।
बता दें कि सुशील कुमार उपाध्याय मूल रूप से रोहतास जिले के दरिहट थाना क्षेत्र अंतर्गत मौडिहां गांव निवासी स्वर्गीय बैकुंठ उपाध्याय के पुत्र हैं। सुशील कुमार की मैट्रिक तक की पढ़ाई सोन बांध उच्चतर विद्यालय इंद्रपुरी से हुई है और आगे की पढ़ाई के बाद उन्होंने 1987 में बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन किया था। वह लगातार अपने कार्यों के प्रति ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ रहे। जिसके बदौलत सेवा के दौरान 2018 में भी सुशील कुमार उपाध्याय को गणतंत्र दिवस के अवसर पर उनके सराहनीय कार्य के लिए राष्ट्रपति पुलिस मेधावी पदक से सम्मानित किया गया था।
अब एक बार फिर 2025 में सुशील कुमार उपाध्याय को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया गया है। जिसको लेकर उनके परिवार समेत पूरे जिले में खुशी की लहर है। उनके इस उपलब्धि पर न केवल उनका गांव बल्कि पूरा जिला खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। परिवार में खुशी का माहौल है। घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है।