ज्योतिषों की मानें तो रोज अपने ईष्ट देव की कम से कम 20-30 मिनट पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि सुबह-सुबह भगवान को याद करने से पूरे दिन में सकारात्मक ऊर्जा और जीवन में आगे बढ़ने की दिशा मिलती है।
लेकिन रोज की पूजा कभी जल्दी-जल्दी नहीं करनी चाहिए। इसके कुछ नियम हैं जिन्हें मानना जरूरी है। आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे ही नियम जिन्हें अपनाने के बाद आपकी जिंदगी में सुख-संपत्ति और खुशियां ही खुशियां मिलेंगी। पूजा में घी का दीपक जलाने के लिए मौली की बत्ती का इस्तेमाल करें। घी का दीपक दायीं ओर एवं तेल का बायीं ओर रखें। सुबह-सुबह भगवान को खुशबू वाले फूल अर्पित करें। फूल अर्पण करने का कारण है कि फूलों में तेजी से सकारात्मक ऊर्जा ग्रहण करने की शक्ति होती है।
इसके बाद सबसे पहले भगवान गणेश का ध्यान करना चाहिए। क्योंकि पूजा में सबसे पहले 21 या 31 बार गणपति भगवान के इस मंत्र का जाप करें-
‘ओम नमो सिद्धि विनायकाय। सर्व कार्या करत्रे। सर्वविघ्न प्रशमनाये। सर्वराज्या वशया करणाये। सर्वजन स्त्री पुरुष आकर्षणाय श्रीं ओम स्वाहा।’ इसकी जगह ‘ओम गं गणपतये नम:’ का जाप भी कर सकते हैं।