वंदे मातरम के अपमान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी घिर गए हैं. कांग्रेस की एक रैली का वीडियो सोशल मीडिया पर तो वायरल हुआ है इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया है. कर्नाटक के एक स्थानीय चैनल ने इस वीडियो को प्रसारित भी कर दिया है .हालाँकि कांग्रेस ने इसे झूठा बताया है, लेकिन भाजपा ने सवाल किया है कि क्या राहुल देश को अपनी जागीर समझते हैं ?
दरअसल हुआ यूँ कि जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें राहुल मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के साथ मंच पर बैठे हैं. उनके साथ एआई सीसी महासचिव व कर्नाटक के प्रभारी केसी वेणुगोपाल भी बैठे हुए हैं. राहुल वंदे मातरम शुरू होने पर अपनी घड़ी की ओर देखते हुए वेणुगोपाल को कुछ इशारा करते हैं. इसके बाद वीडियो में एक व्यक्ति गायक से कहता है कि वह इसे एक लाइन में सीमित कर दे. यही नहीं वीडियो में दिखाया है कि जैसे ही वंदे मातरम शुरू होता है, वेणुगोपाल राहुल को खड़े होने के लिए आग्रह कर रहे हैं.
बता दें कि इस मुद्दे को भाजपा ने लपकते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि कांग्रेस मुक्त भारत के लिए अब भी किसी और कारण की जरूरत है? 1937 में मो. अली जिन्ना के कहने पर जवाहर लाल नेहरू ने भी वंदे मातरम को छोटा करा दिया था. जिन्ना मानते थे कि इसका कुछ हिस्सा मुस्लिमों को चिढ़ाता है.भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा नेअपने ट्वीट में लिखा कि इस देश को परिवार की संपत्ति मानते हैं ? क्या उनकी इच्छा से राष्ट्र गीत में संशोधन किया जा सकता है ? जबकि कर्नाटक के प्रभारी अनंत कुमार ने कहा कि वंदे मातरम के अपमान का काम राहुल जैसे लोग ही कर सकते हैं, जो अपने अहम में देश को कुछ नहीं समझते.