कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर आरएसएस को निशाने पर लिया है. मेघालय दौरे पर एक कार्यक्रम में राहुल ने आरएसएस को महिला विरोधी करार दिया. राहुल ने कहा कि आरएसएस की सोच महिलाओं को पीछे रखने की है. इस दौरान राहुल ने जीएसटी को लेकर मोदी सरकार को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी.
राहुल ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या किसी को पता है कि आरएसएस में महिला लीडरशिप को कितनी जगह मिली है, जीरो. अगर आप महात्मा गांधी की तस्वीर देखें तो उनकी दाई तरफ एक महिला और बाई तरफ एक महिला नजर आएंगी. लेकिन जब आप मोहन भागवत की तस्वीर देखेंगे तो पाएंगे कि उनके ईर्द गिर्द पुरुष ही नजर आएंगे.
RSS idea aimed at dis-empowering women. Does anyone know many leadership positions are with women in RSS? Zero. If you see pix of Mahatma Gandhi you'll find women on this side (right), this side (left) but if you see pix of Mohan Bhagwat, he'll be alone or surrounded by men: RG pic.twitter.com/52xSDReDLc
— ANI (@ANI) January 31, 2018
राहुल ने कहा, हम आरएसएस की विचारधारा से लड़ रहे हैं. उनका मकसद है कि देश पर एक खास तरह की विचारधारा थोपी जाए. बीजेपी और आरएसएस पूरे देश खासतौर पर उत्तर पूर्व की संस्कृति, भाषा और जीने का तरीका बदलना चाहते हैं. राहुल ने कहा कि कांग्रेस में एक सबसे जरूरी चीज ये करनी है कि चुनाव लड़ने के लिए पुरुष और महिलाओं की संख्या में बैलेंस किया जाए.
मैं अपील करता हूं मेघालय की महिलाएं कांग्रेस के साथ जुड़ें ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को चुन सकें. इस मौके पर राहुल ने मोदी सरकार को जीएसटी को लेकर आड़े हाथों लिया. उन्होंने इसमें कमियां बताते हुए कहा कि जब हमारी पार्टी सत्ता में लौटेगी तो जीएसटी के ढांचे में बदलाव करेगी और इसे आसान करेगी.