आधार कार्ड बनवाने तथा आधार में कमी को दुरुस्त कराने के लिए आंख खुलते ही भूखे प्यासे लोग सुबह पांच बजे से ही हजारों की संख्या मे लोग डाकघर के मुख्य द्वार पर पहुंच गए। लखनऊ प्रयागराज मार्ग तक लम्बी कतारें लगाकर खड़े हो गए। कोरोना काल मे यह भीड़ जहां संक्रमण को बढ़ाने वाली है, वहीं इसे नियंत्रित करने को पुलिस बुलानी पड़ी।
आधार कार्ड की अनिवार्यता होने के बाद सभी लोग इसे बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आतुर हैं। पूरे क्षेत्र में डाकघर ऊंचाहार (मुस्तफाबाद) में ही आधार कार्ड बनाने का कार्य किया जाता है। इसके कारण लोग भोर से लाइन में लग जाते हैं। आधार कार्ड में नाम, पता, फोटो, जन्मतिथि आदि परिवर्तन का कार्य हो या फिर नया आधार कार्ड बदलवाना हो, सभी कार्यों के लिए यहीं आना पड़ता है। असलम, अनवर खान, हाफिज अली, मुख्तार, मनीष कुमार, अमित त्रिपाठी, राधेश्याम आदि ने बताया कि हम सभी लोग कई दिनों से आधार कार्ड बनवाने के लिए लगातार डाकघर आ रहे हैं। एक दिन में केवल 20 लोगों का ही आधार कार्ड बन पाता है। बाकी लोगों को टोकन देकर वापस कर दिया गया। टोकन के बाद भी आधार कार्ड नहीं बना।
इसी बीच हजारों लोगों ने हो हंगामा करना शुरू कर दिया, जिस पर उप डाकपाल को पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा। उप डाकपाल सुरेश प्रताप ने बताया कि हमारे यहां कर्मचारियों की कमी है। आधार के साथ-साथ डाक घर का भी काम जरूरी है। इसके बाद जो भी समय मिलता है। प्रतिदिन 20 लोगों के आधार कार्ड बनाए जाते हैं। अन्य लोगों को टोकन दिया जाता है। उनका नंबर आने पर आधार कार्ड बनाया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह अत्यधिक भीड़ हो जाने पर पुलिस फोर्स की मदद लेनी पड़ी।