यौन शुद्धीकरण: पीरियड्स शुरू होते ही अपने बेटियों को भेजते हैं इस शख्स के पास

नसांजे| मलावी दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका में हाशिए का एक देश है। यहां की परंपरा के मुताबिक लड़कियों को एक पेड सेक्स वर्कर के साथ सेक्स करना होता है। जवान होने के बाद लड़कियों को इस सेक्स वर्कर से साथ संबंध बनाने होते हैं। इस सेकस वर्कर को ‘हईना’ कहा जाता है। गांव के अभिभावक इसे रेप के रूप में नहीं देखते हैं। इसे लड़कियों को पवित्र करने के रिवाज के रूप में देखा जाता है। एड बटलर की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें पवित्र होने के उलट बीमारी फैलने की आशंका ज्यादा है।

दक्षिणी मलावी के नसांजे जिले में तीन कमरों वाली झोपड़ी के धूल भरे अहाते में एरिक अनिवा से मिलिए। बाहर गंदगी फैली हुई है और वहां बकरियां और मुर्गियां टहल रही हैं। एरिक ने हरे रंग की एक गंदी शर्ट पहन रखी है। वह लंगड़ाते हुए टहल रहा है। एरिक जन्म से ही एक पांव से विकलांग है। उसने बीबीसी के इस रिपोर्टर का गर्मजोशी से स्वागत किया। उसे लगा कि मीडिया से उसे तवज्जो मिल रही है।

यौन शुद्धीकरण: पीरियड्स शुरू होते ही अपने बेटियों को भेजते हैं इस शख्स के पास

अजीब रिवाज बन चुकी है यौन शुद्धीकरण 

अनिवा पूरे गांव में ‘हईना’ के लिए प्रख्यात है। यह एक पारंपरिक उपाधि है जिसे एक आदमी को दी जाती है। इसे दक्षिणी मलावी में हाशिये के इलाके के लोग नियुक्त करते हैं। इससे सेक्स करने की प्रक्रिया को ‘यौन पवित्रता’ कहा जाता है। यदि एक आदमी की मृत्यु हो जाती है तो उदाहरण के लिए उसकी पत्नी को परंपरा के मुताबिक अनिवा के साथ सोना होगा। इसके बाद वह पति को दफना सकती है। यदि किसी महिला ने गर्भपात कराया है तो एक बार फिर से उसे यौन पवित्रता की जरूरत पड़ेगी और हईना के साथ सेक्स करना होगा।

सबसे ज्यादा चौंकाने वाला यह है कि नसांजे में टीनेज लड़कियों को पहले पीरिअड्स के बाद तीन दिन के भीतर सेक्स करना होता है। कहा जाता है कि ये लड़कियां अब टीनेज से औरत बन चुकी हैं। यदि सेक्स करने से लड़कियां इनकार करती हैं तो माना जाता है कि उसे कोई बीमारी है या घातक विपत्ति से घिरी हुई है। इस विपत्ति की चपेट में उसकी पूरी फैमिली या पूरा गांव आ सकता है।

अनिवा ने बीबीसी के रिपोर्टर एड बटलर से कहा, ‘जिन लड़कियों को साथ मैं सोया हूं उनमें से ज्यादातर स्कूल जाने वाली लड़कियां हैं। कुछ लड़कियां तो महज 12 और 13 साल की हैं लेकिन मैं प्राथमिकता ज्यादा उम्र की लड़कियों को देता हूं। सभी लड़कियां ‘हईना’ साथ आनंद का अनुभव करती हैं। उन्हें खुद पर गर्व होता है और वे लोगों से कहती हैं कि यह आदमी बिल्कुल रीयल है। वह जानता है कि कैसे लड़कियों को खुश किया जाता है।’

अनिवा के झूठे गर्व के बावजूद बीबीसी के इस रिपोर्टर ने एक गांव में कई लड़कियों से मुलाकात की। इन लड़कियों ने घृणा के इस कटु अनुभव को साझा किया। मारिया नाम की एक लड़की ने बताया, ‘मैं कुछ कर नहीं सकती थी इसलिए करना पड़ा। यदि मैं इनकार करती तो मेरे परिवार वालों पर बीमारी का हमला होता। यहां तक कि उनकी मौत हो सकती थी। इसलिए मैं डरी हुई थी। मेरी सारी महिला मित्रों को हईना के साथ सेक्स करना पड़ा।’

अनिवा की उम्र 40 साल के आसपास प्रतीत होती है। वह अपनी उम्र को लेकर स्पष्ट नहीं है। फिलहाल उसकी दो पत्नियां हैं। ये पत्नियां अपने पति के काम से पूरी तरह अवगत हैं। उसका दावा है कि वह 104 औरतों और लड़कियों के साथ सो चुका है। कुछ ऐसा ही दावा उसने 2012 में एक स्थानीय लोकल न्यूजपेपर से किया था। हालांकि यह आंकड़ा और ज्यादा है क्योंकि उसे पूरी तरह से याद नहीं है।

अनिवा के पांच बच्चे हैं। सारे बच्चे अपने पिता के पेशे के बारे में जानते हैं। अनिवा को यह पता नहीं है कि उससे कितनी महिलाएं प्रेग्नेंट हो चुकी हैं। उसने कहा, ‘हमारे समुदाय में 10 ‘हईना’ हैं। ये नसांजे जिले के हर गांव में लड़कियों के साथ सेक्स कर ‘शुद्धीकरण’ करते हैं। इन्हें एक सेक्स के लिए चार से सात डॉलर का भुगतान किया जाता है।

एक घंटे की ड्राइविंग के बाद बीबीसी के इस रिपोर्टर की मुलाकात फगिसी, क्रिसी और फेलिया नाम की महिलाओं से हुई। ये अपने गांव में इस दीक्षा पंरपरा की संरक्षक हैं। ये हर साल नवयुवतियों के लिए शिविर लगाती हैं। शिविर में लड़कियों को पत्नी के कर्तव्यों को बारे में बताया जाता है। उन्हें यह भी बताया जाता है कि सेक्स के दौरान एक पुरुष को कैसे खुश किया जाता है। इन महिलाओं ने बताया कि हईना के साथ यौन शुद्धीकरण इस प्रक्रिया का आखिरी स्टेज है। ऐसा लड़कियों के पैरंट्स खुद ही करते हैं।

यौन शुद्धीकरण की इस प्रक्रिया में बीमारी फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। रिवाज के मुताबिक हईना से सेक्स के दौरान कॉन्डम का इस्तेमाल नहीं करना होता है। दूसरी तरफ कहा जाता है कि हईना से सेक्स में एचआईवी या एड्स का खतरा नहीं होता है। ऐसे अंधविश्वास के बीच इस कम्युनिटी में एड्स का भारी खतरा होता है। यूनाइटेड नेशन के अनुमान के मुताबिक मलावी के 10 लोगों में से एक आदमी एचआईवी से पीड़ित है।

बीबीसी के रिपोर्टर ने अनिवा से पूछा, ‘कहीं तुम एचआईवी पीड़ित तो नहीं हो? उसने हैरान करने वाला जवाब दिया। उसने कहा, ‘हां, मैं हूं लेकिन जिन लड़कियों के पिता हमें बुलाते हैं उनसे इसके बारे में नहीं बताता हूं। बीबीसी रिपोर्टर की बातचीत जारी थी। अनिवा को लगा कि रिपोर्टर उससे प्रभावित नहीं है। उसने ऐसे में खुद पर गर्व करना बंद कर दिया। उसने कहा कि अब वह पहले की तुलना में यौन शुद्धीकरण कम करता है। उसने कहा, ‘मैं अब भी इसलिए करता हूं क्योंकि रिवाज बचे हुए हैं। मैं अब इसे बंद करने जा रहा हूं।’

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