यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार लाॅकडाउन के मुश्किल भरे वक्त में आम लोगों व कारोबारियों को राहत देने की तैयारी है। खाद्यान्न, फल सब्जी, दवाइयां, मेडिकल उपकरण, सैनीटेशन से जुड़ी वस्तुओं व अन्य महत्वपूर्ण उत्पादों की सप्लाई चेन को अब पटरी पर लाया जा रहा है। इसके लिए एक ओर ट्रकों व दूसरे मालवाहक वाहनों के आवागमन में छूट दी जा रही है।
खोले जाएंगे कोल्ड स्टोरेज व वेयरहाउस
कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस भी खोलने की तैयारी है। इसके लिए राज्यों के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया जा रहा है। यूपी दिल्ली पंजाब व हरियाणा व मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से ट्रक गुजर कर सामान एक से दूसरी जगह पहुंचाते हैं। बाद में यही ट्रक वापसी में सामान भर कर जाते हैं और कुछ खाली लौटते हैं। लाकडाउन के दौरान ऐसे अधिकांश ट्रक जहां थे वहीं खड़े रहे। कुछ ने सामान ले जाने के चले तो परमिट नहीं मिला।
ट्रक चालक व सहायक को जाने की अनुमति
अब केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर कहा है कि राज्यों के भीतर व एक दूसरे राज्य के बीच ट्रक के साथ एक चालक व सहायक को जाने की अनुमति दी जाए अगर उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस है। इसके अलावा कोई और अनुमति या परिमट की जरूरत नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा खाली ट्रक व दूसरे सामान वाहक वाहन को सामान उठाने के लिए या सामान उतार कर खाली लौटते हुए वाहन को आगे जाने की अनुमति दी जाए। इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस व रोड परमिट होना चाहिए। इसी तरह कोल्ड स्टोरेज व वेयर हाउस को खोलने की अनुमति दी जाए। खास तौर पर उन जगहों पर जहां श्रमिक वहीं परिसर में रह रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में अब इसी हिसाब से सप्लाई चेन को दुरुस्त करने की तैयारी है। यूपी में कई जरूरी सामान की आपूर्ति दूसरे राज्यों से होती रही है। यह कई दिनों से बाधित है। वैसे ट्रक चालकों व आपरेटरों के सामने समस्या यह भी है कि लाकडाउन के दौरान लंबी यात्रा में उनके भोजन चाय पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसका कारण लाकडाउन में सड़क के किनारे ढाबों का बंद होना है।