एजेंसी/ नई दिल्ली। भड़काऊ भाषण देने वालों में से एक सांसद योगी आदित्यनाथ ने नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा पर टिप्पणी की है। उन्होने मदर टेरेसा पर आरोप लगाया कि वो धर्म परिवर्तन करवाती थी। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में इन इसाईयों ने किस तरह से खतरनाक स्थिति पैदा कर रखी है, इसे देखना है तो झारखंड, अरूणाचल, त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय जाइए।
योगी ने एक बार फिर से राम मंदिर के मामले में भी विवादित बयान दिया है। अब इसे आगामी उतर प्रदेश चुनाव का असर कहे या फिर पार्टी से इतर अलग राह पर चलना। क्यों कि बीजेपी ने तो पहले ही साफ कर दिया है कि वो इस चुनाव में राम मंदिर को मुद्दा नहीं बनाएगी।
रविवार को योगी रामकथा के आयोजन पर पहुंचे थे, वहां उन्होने विवादों को हवा देते हुए कहा कि भगवान राम के मंदिर को बनने से कोई नहीं रोक सकता। जब ढांचे को ढहाने से कोई नहीं रोक पाया तो फिर मंदिर बनने से कौन रोकेगा।
बता दें कि 6 दिसंबर को जब ढांचे को ढहाया गया था, तो कार सेवक एक ईंट-ईंट को अपने साथ ले गए थे और इसका अपने ढंग से प्रयोग किया था। कैराना से पलायन के मामले में योगी ने कहा कि हिंदू कब तक पलायन करेगा और जाएगा कहां।
जब पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदुओँ को भगाया गया तब किसी ने इंटोलरेंस की बात नहीं की और न ही किसी ने पुरस्कार लौटाया।