शादी के बाद कपल हनीमून को लेकर काफी उत्साहित होते हैं और हो भी क्यों न आखिरकार यही समय तो होता है एक दूसरे को अच्छे से जानने का। हालांकि हनीमून पर कब जाएं ये ऐसा सवाल है जो हर कपल के दिमाग में होता है क्योंकि शादी के बाद दोनों के ऊपर जिम्मेदारियां आ जाती हैं ऐसे में सही समय क्या है ये हम आपको बताते हैं।
छुट्टियों की न हो समस्या
शादी के समय लड़का हो या लड़की दोनों ही छुट्टियां ले लेते हैं ऐसे में ऑफिस से दोबारा छुट्टी मिलने में दिक्कत होती है जिसकी वजह से ज्यादातर कपल तीन से चार दिन के लिए ही हनीमून पर जा पाते हैं।
अगर आप कुछ ऐसा ही प्लान कर रहे हैं तो न करें क्योंकि ऐसा करने से आप दोनों को एक दूसरे के साथ समय बिताने का कम समय मिलेगा। हो सके तो हनीमून के लिए तब जाएं जब आपके पास कम से कम 7 से 10 दिन का समय हो।
घर को मैनेज कर लें
शादी के बाद कपल अपने नए जीवन में कदम रखते हैं ऐसे में उनके ऊपर एक साथ कई जिम्मेदारियां आ जाती है जिसमें एक जिम्मेदारी घर को मैनेज करने की भी होती है। हनीमून पर जानें से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें कि उनका घर पूरी तरह से मैनेज हो ताकि हनीमून से वापस आने के बाद उन्हें ये सब न करना पड़े ऐसा इसलिेए क्योंकि थकान होने की वजह से बाद में सब कुछ मैनेज करना मुश्किल हो जाता है।
उधार निपट जाए
शादी में बहुत सारा पैसा खर्च होता है जिसकी वजह से लड़का या फिर लड़की कभी कभी उधार भी ले लेते हैं। इसलिए हो सके तो हनीमून पर तभी जाएं जब आप या तो पूरा उधार निपटा दें या फिर बहुत ही कम उधारी बची हो ऐसे में आप हनीमून पर टेंशन फ्री होकर एन्जवॉय कर सकते हैं।
दिमाग शांत हो
घूमने के बारे में बात हो तो दिमाग का शांत होना बेहद जरूरी होता है। अगर दिमाग में कई सारी चीजें चलती रहेंगी तो आप हनीमून का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। इसलिए हनीमून पर तभी जाएं जब आपका दिमाग पूरी तरह से शांत हो।