उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के बीच रोजगार की मुश्किलें भी कम नहीं हो रही हैं. इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा लगातार योगी सरकार पर हमलावर हैं.
बुधवार को भी प्रियंका की ओर से रोजगार का मसला उठाया गया. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आज यूपी में MA-BED किए हुए युवा मनरेगा में काम करने को मजबूर हैं.
प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि उप्र में युवाओं के लिए की गई तमाम घोषणाएं कोरी साबित हुई हैं. एक तरफ एक बेरोजगार महिला के नाम पर 25 फर्जी शिक्षक भर्ती हैं, नकल गिरोह के जरिए शिक्षक भर्ती में अयोग्य लोग एंट्री ले रहे हैं. लेकिन एमए, बीएससी, बीएड किए लोग मनरेगा में काम करने को मजबूर हैं. ये जमीनी हकीकत है.
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी पिछले कई दिनों से लगातार शिक्षक भर्ती में चल रही गड़बड़ का मसला ट्विटर पर उठा रही हैं. और इसकी देरी के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार बता रही हैं.
प्रियंका के अलावा बुधवार को ही अखिलेश ने भी योगी सरकार पर बेरोजगारी को लेकर निशाना साधा था. सपा प्रमुख ने लिखा था कि उप्र में आज बेरोजगारी आत्महत्याओं के रूप में एक भयावह समस्या बन गई है. कोरोना के सच को झुठलाकर चुनाव में व्यस्त हो गई भाजपा बेरोजगारी व भुखमरी को जब समस्या ही नहीं मान रही है तो समाधान क्या करेगी. बिहार चुनाव आते ही कुछ दिनों बाद तो प्रदेश के ‘स्टार प्रचारक’ भी उड़ चलेंगे.
गौरतलब है कि लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपना काम छोड़कर घर वापस आ गए हैं. सिर्फ यूपी में ही 20 लाख से ज्यादा मजदूर वापस आए हैं, ऐसे में अब सरकार के सामने संकट है कि इन्हें रोजगार कैसे दिया जाए. योगी सरकार का दावा है कि उनकी कोशिश सभी मजदूरों को प्रदेश में ही रोजगार देने का है, इसके लिए बड़ी संख्या में MoU भी साइन हुए हैं.