नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. उत्तर प्रदेश में इस कानून को लेकर हिंसात्मक प्रदर्शन देखने को मिला. हिंसक विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. वहीं उत्तर प्रदेश में घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 पहुंच चुका है. इसमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं.
अभी हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी. इसे देखते हुए सरकार ने 4 लोगों की एक टीम बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी. यह टीम सरकारी संपत्ति के नुकसान का जायजा लेगी और अगले कदम पर कार्रवाई शुरू करेगी.
यूपी के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है. यूपी में फैली हिंसा में अब तक 263 पुलिसकर्मी जख्मी हैं. 57 पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है जो प्रदर्शनकारियों की ओर से चलाई गई है. अभी तक की कार्रवाई में 405 रिवॉल्वर और कट्टे बरामद किए गए हैं.
एक आंकड़े के मुताबिक शनिवार रात तक 5400 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. अलग-अलग जुर्म में 705 लोगों को जेल भेजा गया है. पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने 1000 राउंड से ज्यादा फायरिंग की है. ये फायरिंग अलग अलग बोर (.315, .32) के पिस्तौल से की गई हैं. अभी तक 405 खाली कारतूस बरामद किए गए हैं. इन्हें प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान फायर किया था. 18 मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है. इसमें पता चला है कि मौत के पीछे देसी पिस्तौल से चली गोलियां असल वजह हैं.