उत्तर प्रदेश के लखनऊ मेंपीजीआई इलाके के वृन्दावन योजना में रहने वाली नवविवाहिता ने महज इस लिए जान दे दी क्योंकि उसके पति के पास उसे शॉपिंग करवाने का समय नहीं था। वहीं, मौत की सूचना मिलते ही मृतका का भाई सदमे में चला गया। वह सुबह से शाम तक मृतका के पास ही बैठा रहा और पोस्टमॉर्टम करवाने के लिए भी मना करने लगा। पुलिस व परिवारीजनों के काफी समझाने के बाद वह माना तब जाकर पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
दीपक ने तुरन्त इसकी सूचना पुलिस व दीपिका के मायके वालों को दी। सूचना मिलते ही दीपिका का भाई सौरभ पंहुचा और मामले की गंभीरता देखते हुए पीजीआई इंस्पेक्टर अरूण कुमार राय, सीओ कैन्ट तनू उपाध्याय, नायब तहसीलदार सरोजनीनगर आरआर रमन भी पहुंचे। पुलिस ने फरेंसिक टीम बुलाकर दीपिका के शव का पंचनामा करा पीएम के लिए भेज दिया। मायके वालों ने दीपिका के ससुराल वालों के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की हैं।