यूपी के रामपुर और गोंडा जिले से तीन तलाक की दो चौंका देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। गोंडा जिले की एक महिला ने अपनी दिव्यांग बेटी के लिए पति से पैसा मांगा तो उसने फोन पर ही तीन तलाक दे दिया। उधर, रामपुर जिले में एक पति ने केवल इसलिए अपनी बीबी को तीन तलाक दे दिया क्योंकि वह सांवली थी। तीन तलाक की ये घटनाएं ऐसे समय पर सामने आई हैं, जब केंद्र सरकार इसके खिलाफ कानून बनाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘मेरे पति मेरे सांवले रंग से खुश नहीं थे। वह और उनके परिवार वाले अक्सर धमकाते रहते थे। वे मुझे खाना भी नहीं देते थे। वे मुझे जला देने की धमकी देते थे। मेरे पति ने कहा कि मैं उनके लायक नहीं हूं। उनके परिवार वाले मेरे परिवार वालों द्वारा दी गई दहेज की राशि से खुश नहीं थे।’
जिला पुलिस ने इस घटना की पुष्टि की है और कहा कि आरोपी पति समेत पांच के खिलाफ दहेज का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वे मामले की जांच कर रहे हैं। उधर, तीन तलाक की दूसरी घटना में गोंडा में पत्नी द्वारा दिव्यांग बेटी के लिए पैसे मांगने पर उसके पति ने तीन तलाक दे दिया।
पीड़िता शकीना बानो की 17 साल पहले शादी हुई थी और उनकी 14 साल की दिव्यांग बेटी भी है। पीड़िता के पिता अब्दुल ने बताया कि शकीना का पति मुंबई में काम करता है और गांव में परिवार के पास कम ही आता है। उन्होंने कहा, ‘शादी के तीन साल बाद शकीना का पति नौकरी की तलाश में मुंबई चला गया। जब मेरी बेटी ने पैसे मांगे तो तीन तलाक दे दिया।’
बता दें, सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को अवैध घोषित किए जाने के बावजूद यूपी में इस तरह की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी को देखते केंद्र सरकार तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाना चाहती है। तीन तलाक बिल लोकसभा में पास हो गया है और राज्यसभा में अभी लंबित है। इससे पहले पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में दहेज में भैंस और मोटरसाइकल न मिलने पर एक महिला को उसके पति ने तीन तलाक दे दिया था।