उत्तर प्रदेश के बड़े अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ के जरिए चलाए जा रहे ऑपरेशन नेस्तनाबूद के तहत गुरुवार को भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है.
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के अल्लापुर इलाके में स्थित आलीशान बंगले को शाम को जेसीबी लगाकर ध्वस्त करने की कार्रवाई की है.
शहर के पॉश इलाके अल्लापुर में पांच सौ वर्ग गज में करोड़ों की लागत से बना ये बंगला विजय मिश्रा की सास इंद्रकली देवी और पत्नी रामलली के देवी के नाम पर है. हालांकि यह बंगला कई साल पहले गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क भी किया जा चुका है. लेकिन पीडीए के स्वीकृत मानचित्र के विपरीत कराए गए निर्माण को लेकर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने विधिक रूप से कार्रवाई करते हुए इसके ध्वस्तीकरण का आदेश जारी किया था.
जिसके खिलाफ विजय मिश्रा ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की थी. लेकिन हाईकोर्ट ने रिट याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद विजय मिश्रा ने कमिश्नर कोर्ट में अपील की थी. गुरुवार शाम पांच बजे कमिश्नर कोर्ट ने मेरिट के आधार पर विजय मिश्रा की अपील खारिज कर दी. जिसके बाद पहले से ही तैयार पीडीए के अधिकारियों ने भारी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी.
हालांकि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई का विजय मिश्रा की एमएलसी पत्नी रामलली देवी और अधिवक्ता बेटी रीमा पांडेय ने मौके पर पहुंचकर जमकर विरोध किया. उन्होंने पीडीए की कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा कि बंगले का दो मंजिला नक्शा स्वीकृत है. इसके साथ ही कमिश्नर कोर्ट के खिलाफ हाईकोर्ट में रिविजन दाखिल करने की मोहलत न दिए जाने पर भी विजय मिश्रा की पत्नी और बेटी ने अपनी नाराजगी जतायी है.