उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राम नरेश यादव का शव बुधवार सुबह 6 बजे आज़मगढ़ के आंधीपुर स्थित आवास पर पहुंचा। पुलिस ने तिरंगा लगा कर सलामी दी। अंतिम दर्शन के बाद आज दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। आंधीपुर के लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
गौरतलब है कि उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव यूं तो आजमगढ़ के निवासी थे। मगर उन्हें एटा से भी बेहद लगाव रहा। 1977 में राम नरेश यादव के प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद एटा के तत्कालीन विधायक राम सिंह यादव ने उनके लिए सीटा छोड़ी। इसके बाद राम नरेश यादव ने इस सीट से चुनाव लड़ कर विधायकी प्राप्त की। 1980 में भी वे इस सीट से चुनाव लड़े लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
बतादें कि राम नरेश यादव का लखनऊ के पीजीआई में मंगलवार सुबह निधन हो गया था। वे 89 वर्ष के थे। राजभवन सूत्रों ने यहां बताया कि राम नरेश यादव का लखनऊ के इस अस्पताल में इलाज चल रहा था। सुबह लगभग नौ बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।